जालोर 2 अगस्त। राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत डीजीसीए द्वारा मान्यता प्राप्त रिमोट प्रशिक्षण संस्थान से रिमोट पायलट प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए इच्छुक आवेदकों से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक जितेन्द्र सिंह शक्तावत ने बताया कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत रिमोट पायलट प्रशिक्षण के आवेदन करने वाले आवेदकों को श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर द्वारा विस्मो एगवेंचर प्राइवेट लिमिटेड एवं पीबीसी‘एस एयरो हब, पुणे के समन्वय से जोबनेर में स्थापित भारत सरकार के डीजीसीए से मान्यता प्राप्त रिमोट पायलट प्रशिक्षण संस्थान में 6 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान की जायेगी। कृषि ड्रोन पायलट प्रशिक्षण के लिए मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं कक्ष अथवा समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण 18 से 65 वर्ष तक आयु वर्ग के राजस्थान राज्य के मूल निवासी आवेदक पात्र होंगे।
6 दिवसीय प्रशिक्षण के लिए प्रति प्रशिक्षणार्थी के लिए प्रशिक्षण शुल्क राशि 50 हजार रूपये एवं आवास भोजन व्यवस्था पर 4300 रूपये का शुल्क निर्धारित किया गया है। सफल प्रशिक्षणार्थियों के लिए निर्धारित शुल्क की 50 प्रतिशत राशि कृषि विभाग द्वारा वहन की जायेगी। प्रशिक्षणार्थियों द्वारा प्रशिक्षण संस्थान से सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने तथा डिजिटलस्काई डॉट डीजीसीए डॉट इन पर प्रशिक्षणार्थी का नाम एवं रिमोट पायलट सर्टिफिकेट (आरपीसी) नम्बर की पुष्टि उपरांत उन्हें प्रशिक्षण के लिए अनुदान देय होगा।
आवेदन प्रक्रिया
रिमोट पायलट प्रशिक्षण के लिए आवेदक को अपने जनाधार नम्बर से राज किसान साथी पोर्टल अथवा राज किसान सुविधा एप से ऑनलाइन आवेदन करना होगा। ऑनलाइन आवेदन करते समय 10वीं कक्षा अथवा समकक्ष परीक्षा की अंकतालिका की प्रति स्कैन कर अपलोड करना अनिवार्य है। कृषक उत्पादक संगठन या कस्टम हायरिंग केन्द्र द्वारा नामित होने की स्थिति में आवेदक को संगठन या केन्द्र के अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता के द्वारा नामित किए जाने के प्रमाण पत्र की प्रति भी स्कैन कर अपलोड करनी होगी। इस श्रेणी के आवेदकों को प्रशिक्षण के लिए प्राथमिकतता प्रदान की जायेगी।