जोधपुर, 1, अक्टूबर, 2024
30 सितंबर और 1 अक्टूबर 2024 को एम्स जोधपुर के फॉरेंसिक मेडिसिन और टॉक्सिकोलॉजी विभाग द्वारा 14वें आईएएमएलई सम्मेलन IAMLECON 2024 का आयोजन जोधपुर में हुआ। इस सम्मेलन की थीम “बाधाओं को तोड़ना, पुलों का निर्माण: फोरेंसिक्स के भविष्य में विविधता का अन्वेषण” थी। सम्मेलन ने फॉरेंसिक मेडिसिन के क्षेत्र में नई जानकारियों और तकनीकों पर चर्चा के लिए विशेषज्ञों, पेशेवरों और छात्रों को एकत्रित किया।
30 सितंबर को, सम्मेलन की शुरुआत उद्घाटन सत्र से हुई। इसके बाद, अतिथि व्याख्यान, फैकल्टी प्रस्तुतियाँ और केस रिपोर्ट प्रस्तुत की गईं। विभिन्न विषयों पर सत्र आयोजित किए गए, जिनमें “वर्चुअल ऑटोप्सी,” “आत्महत्या अनुसंधान,” “मेडिकल सर्टिफिकेशन ऑफ कॉज़ ऑफ डेथ,” और “फायरआर्म डेथ्स की जांच” शामिल थे। अतिथि व्याख्यान और फोरेंसिक विषयों पर प्रस्तुतियाँ जारी रहीं। दिन का समापन पोस्टर प्रस्तुतियों और शोध कार्यों पर विचार-विमर्श के साथ हुआ।
1 अक्टूबर को, दिन की शुरुआत अतिथि व्याख्यानों से हुई, जिनमें “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का फॉरेंसिक ओडोंटोलॉजी में प्रभाव” और “फॉरेंसिक मेडिसिन में नई चुनौतियाँ” शामिल थीं। इसके बाद, फैकल्टी और पीजी/पीएचडी छात्रों ने अपने शोध कार्य और केस रिपोर्ट प्रस्तुत किए। अंतिम सत्र में “थनाटोकेमिस्ट्री,” “क्राइम सीन इन्वेस्टिगेशन,” और “बलात्कार कानून” जैसे विषयों पर चर्चा की गई। सम्मेलन के समापन में सभी प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा किए।
आईएएमएलई के अध्यक्ष प्रो. डॉ. आदर्श कुमार ने बहु-विषयक दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर दिया, जबकि आयोजन अध्यक्ष प्रो. डॉ. तनुज कंचन ने सम्मेलन की सफलता की सराहना की। इस कार्यक्रम ने ज्ञान के आदान-प्रदान और पेशेवर विकास को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान किया।