डाक बंगले में आयोजित बैठक में गरजे विधायक संयम लोढा
सिरोही, 11 जुलाई। केन्द्रिय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत माउंट आबू में भाजपाईयों को प्रशिक्षण देने आये जबकि उन्हें खुद प्रशिक्षण लेने की जरूरत है। मुख्यमंत्री सलाहकार विधायक संयम लोढा सिरोही डाक बंगले में एनएसयूआई की ओर से आयोजित बैठक में जिले भर से आये लोगो को संबोधित कर रहे थे। 28 जुलाई गुरूवार को केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा।
विधायक संयम लोढा ने कहां कि राजस्थान गुजरात के बीच 1966 अंतर राज्य जल समझौते के मुताबिक माही व्यास का बचा हुआ पानी अब सिरोही-जालोर व बाडमेर को मिलना चाहिए लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी- अमित शाह के डर से गजेन्द्र शेखावत राजस्थान की हित की बात नही कर पा रहे है। समझौते के मुताबिक नर्मदा का पानी गुजरात के खेडा जिले में पहुंचने पर माही व्यास का पानी हमे मिलना चाहिए थे। 4 साल पहले नर्मदा का पानी गुजरात के खेडा जिले में पहुंच गया लेकिन अभी भी माही व्यास के बचा हुआ पानी का प्रयोग आज भी गुजरात ही कर रहा है। विधायक संयम लोढा ने कहां कि इतना ही नही जवाई पुर्नभरण प्रोजेक्ट को भी केन्द्र की भाजपा सरकार 6 वर्ष से ताले में बंद करके बैठी है। यह तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की हिम्मत है कि उन्होंने टर्नल सुदृढीकरण के जरिये जवाईबांध में अतिरिक्त पानी पहुंचाने के कार्य को शुरू कर दिया है। कोटडा तहसील में दो नये बांध बुजा बांध एवं चक साण्डमारिया बांध जवाई बांध से पानी लाने के लिए स्वीकृत कर दिये। शेखावत जैसे कमजोर व्यक्ति के केन्द्रिय जल शक्ति मंत्री से राजस्थान को भारी नुकसान हुआ है। लोढा ने एनएसयूआई का मतलब केवल छात्र हितों की बात करना नही है, देशवासियों की लडाई छात्र संगठन को लडनी चाहिए और लडनी है। केन्द्र सरकार की जनविरोधी नीतियों से सबसे ज्यादा नौजवान प्रभावित हुआ है। नयी पीढी को आगे आकर अपने हक की लडाई लडनी चाहिए। आज कांग्रेस का कठिन समय है, मुश्किल घडी है, हमारे जीवन में भी अलग अलग तरीके का समय आता है लेकिन उससे घबराना नही है, कमजोर नही पडना है। राजनीतिक कार्यकर्ता में कभी कमजोरी नही आनी चाहिए, राजनीतिक कार्यकर्ता को गलत के खिलाफ आवाज उठानी है और सही के साथ खडा रहना है। नीतियां गलत है तो उसका विरोध करना हमारा अधिकार है।
विधायक संयम लोढा ने कहां कि 8 साल में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बार भी प्रेस कांफ्रेंस नही की यदि भाजपा की नीतियां इतनी ही सही है और भाजपा का इतना ही दामन साफ है तो प्रेस को बैठाओं सवालों का जवाब दो। मोदी सरकार ने केवल मंहगाई को बढावा दिया है। 4 सुप्रीम कोर्ट के जजों ने प्रेस कांफ्रेंस करके कहना पडा कि न्यायपालिका खतरे में है। वन रेंक वन पेंशन पर आंदोलन चलाया अब भाजपा कहां गई। विपक्ष का भी मजबूत होना जरूरी है, एक तरफा यदि भाजपा को जनता ने ताकत दी तो इसकी बहुत बडी किमत चुकानी पडेगी और चुका भी रहे है। आज 25 सांसद जीताकर भेजे है लेकिन राजस्थान को किया मिला। लोढा ने कहां कि राजा महाराजा भी लालटेन में रहते थे आज घरो में उजाला हुआ कांग्रेस की बदोलत हुआ, कांग्रेस आयी रोशनी लाई, मोबाईल लायी, पानी लाई। हम सभी को मिलकर घरो के उजालें को बनाये रखना है।
पूर्व यूआईटी अध्यक्ष हरीश चौधरी ने कहां कि सिरोही का नाम राजस्थान विधानसभा में गुंजता है। जब भी सिरोही से किसी भी आंदोलन की शुरूआत हुई है तो उसकी गूंज पूरे राजस्थान में गूंजी है। केन्द्र सरकार के खिलाफ किये जाने वाले प्रदर्शन में हम सबको अधिक से अधिक भाग लेकर जन जन को इसमें शामिल करना है।यह लडाई हमे केवल सिरोही तक नही लडनी है इसके लिए यदि जयपुर भी जाना पडे या दिल्ली जाना पडे तो हमे जाना है। पूर्व जिला अध्यक्ष गंगाबेन गरासिया ने कहां कि मोदी सरकार ने बेताशा महंगाई बढाकर लोगो की हालात खराब कर दी है। एनएसयूआई के बैनर तले 28 जुलाई को होने
वाले धरने में अधिक से अधिक लोगो के शामिल होने की अपील की। लोकसभा प्रत्याशी संध्या चौधरी ने कहां कि आज के समय में प्रत्येक व्यक्ति की हालात भाजपा के शासन काल में खराब हो गई है। भाजपा राजस्थान में धार्मिक भावना भडकाने का काम कर रही है। केवल धर्म के नाम पर राजनीति कर रही है इससे केवल आम व्यक्ति को परेशानी के अलावा कुछ नही मिल रहा है।कार्यक्रम को प्रदेश सचिव निम्बाराम गरासिया, शिवगंज पालिका अध्यक्ष वजिंगराम घांची, एनएसयूआई राष्ट्रीय कन्वेनर दशरथ नरूका, एनएसयूआई जिला अध्यक्ष रीतिक मेघवाल, पूर्व जिला अध्यक्ष सुरेश राव, सरपंच संघ अध्यक्ष शिवराज सिंह, ब्लॉक अध्यक्ष पिण्डवाडा प्रेमाराम देवासी, ब्लॉक अध्यक्ष सिरोही किशोर पुरोहित, जिला परिषद सदस्य मोतीराम कोली, रेवदर विधानसभा प्रत्याशी
लखमाराम कोली, पूर्व पीसीसी सदस्य हिम्मत सुथार, पूर्व कांग्रेंस प्रवक्ता हमीद कुरैशी, नेता प्रतिपक्ष कांतिलाल परिहार, सिरोही नगर अध्यक्ष जितेन्द्र ऐरन, पूर्व जिला उपाध्यक्ष आंनद जोशी, राकेश रावल, नेता प्रतिपक्ष आबूरोड कांतिलाल परिहार, जामत सिंह, भगवत सिंह देवडा, पार्षद मनोज पुरोहित, वरिष्ठ पार्षद नरगिस कायमखानी, शमशाद अली अब्बासी, शिवशंकर शर्मा, जितेन्द्र बंजारा, सुरेश बंजारा, सुनिल राज, किरण रैगर, दिलीप पारवानी, अनिल बंजारा, सुमेर सिंह, नरपत सिंह, मुख्तिार खान, महेशदान चारण, महिला कांग्रेस अध्यक्ष आबूरोड कीर्ति कच्छावा, शिवगंज नजमा सिलावट, सिरोही रेणुका, अब्दूल कायमखानी, शाहरूख कायमखानी, इब्राहीम भाई मंडार, हिमांशु रावल, अशोक माली, पिंकी तिरगर, रेशमा मीणा, रीतिका, दिलीप सिंह, मुकेश राणा, राज माकरोडा, दीपक गर्ग, गोविंद सिंह, ओमप्रकाश सुथार, देवाराम देवासी, गुलाम कादिर कुरैशी, विजय सिंह, महेश रावल, उमेश प्रजापत सहित सैकडो लोग उपस्थित थे।