जालोर, 24 जुलाई। जालोर शहर के भैरूनाथ अखाडे के महंत पीर गंगानाथ महाराज का सातवा चातुर्मास रेवत गांव में सम्पन्न होगा। पीरजी महाराज 26 जुलाई शुक्रवार को प्रातः 8 बजे तिलकद्वार के अंदर स्थित भैरूनाथ अखाडे से भव्य शोभायात्रा के साथ रेवत पहुंचेगे। पीर गंगानाथ महाराज रेवत गांव में स्थित अमरनाथ मंदिर में सातवॉ चातुर्मास करेगे।
सिरे मंदिर चातुर्मास सेवा समिति के व्यवस्थापक पारसमल परमार ने बताया कि 26 जुलाई को प्रातः 8 बजे भैरूनाथ अखाडे से गाजो बाजो के साथ पीर गंगानाथ महाराज चातुर्मास के लिए अपने हजारो भक्तो की उपस्थिति में शोभायात्रा के साथ रवाना होगे। शोभायात्रा से पूर्व पीर गंगानाथ महाराज भैरूनाथ अखाडे में पूजा अर्चना कर भक्तो को आशीर्वाद देकर जन कल्याण की भावना को लेकर रेवत गांव स्थित अमरनाथ मंदिर के लिए प्रस्थान करेगे। शोभायात्रा में हाथी , घोडे, बैंड बाजो व ढोल ढमाको के साथ भक्तिमय स्वर लहरिया के बीच हजारो भक्तजन की उपस्थिति के साथ पीरजी महाराज के जयकारो के साथ महिला संगीत मंडल भी अपनी उपस्थित दर्ज करवायेगे।
शोभायात्रा भैरूनाथ अखाडे से रवाना होकर हरिदेव जोशी सर्किल,हॉस्पिटल चौराहा, भीनमाल रोड होते हुए रेवत गांव पहुंचेगी। पीर गंगानाथ महाराज के चातुर्मास को लेकर भक्तो में उत्साह देखा जा रहा है। चातुर्मास की शोभायात्रा में सभी सनातन धर्म प्रेमी, विभिन्न संस्था, संगठनो व शहर के समस्त गणमान्य एवं व्यापारी अपने प्रतिष्ठान मंगल कर शोभायात्रा में अपनी उपस्थित दर्ज करवायेगे। वही शोभायात्रा के दौरान विभिन्न संगठनो व भक्तजनो द्वारा जगह जगह पुष्प वर्षा कर भव्य वरघोडे का स्वागत किया जायेगा।
चातुर्मास में रेवत गाँववासियों का रहेगा सहयोग:-
पीर गंगानाथ महाराज के रेवत गांव में सातवे चातुर्मास के लिए ग्राम वासियों द्वारा आग्रह करने पर पीर गंगानाथ महाराज ने उनके आग्रह को स्वीकार करते हुए ग्राम वासियों की भावना के अनुरूप पीरजी महाराज ने चातुर्मास की स्वीकृति दी थी। रेवत गांव के समस्त ग्रामवासियो के सहयोग से चातुर्मास में विभिन्न धार्मिक आयोजन होगे। पीर गंगानाथ महाराज 26 जुलाई से 15 सितम्बर तक रेवत गांव के अमरनाथ मंदिर में चातुर्मास कर भक्ति में लीन रहेगे। वही पीर गंगानाथ महाराज से आशीर्वाद लेने के लिए रेवत गांव में भक्तो का तांता लगाा रहेगा।
पीर गंगानाथ महाराज का जीवन परिचय:-
पीर गंगानाथ महाराज ने अपना पहला चातुर्मास 2014 में बैरठ गांव में सम्पन्न किया। इसके बाद 2016 में रेवतडा तथा इसके बाद लगातार चार चातुर्मास सिरे मंदिर धाम पर सम्पन्न हुए। पीर गंगानाथ महाराज ब्रह्म्लीन पीर शांतिनाथ महाराज के शिष्य है। पीर गंगानाथ महाराज के बचपन में ही भक्ति में लगन होने से सवंत 2038 कार्तिक सुदी पंचमी सोमवार 2 नवम्बर 1981 को पुज्य गुरूदेव पीर शांतिनाथ महाराज ने दीक्षा ग्रहण करवाई। पीर गंगानाथ महाराज का जन्म रानीवाडा तहसील के दांतवाडा गांव में सवंत 2016 मार्ग शीर्ष सुदी नवमी सोमवार 9 नवम्बर 1959 को हुआ। पीर गंगानाथ महाराज के जन्म के बाद उनके माता रकमो देवी एवं पिता नगाराम ने उनका नाम कालूराम रखा।
पीर गंगानाथ महाराज बचपन में ही पीर शांतिनाथ महाराज के चरणों में अपनी आस्था रखते थे। तथा उनका प्रारम्भ से भक्ति व धार्मिक कार्यो में रूचि होने से उन्होने सवंत 2038 वैशाख सुदी तेरस सोमवार 17 मई 1981 को सिरे मंदिर पहुंचे। गुरू पीर शांतिनाथ महाराज की प्रेरणा से पीर गंगानाथ महाराज ने जिले के कई मंदिरो व गौशालाओं का जीर्णोद्वार व निर्माण करवाया। पीर शांतिनाथ महाराज के देवलोकगमन होने के बाद सवंत 2069 आसोज सुदी बीज बुधवार 17 अक्टूबर 2012 को भैरूनाथ अखाडे का पीठाधीश्वर की गादी पर आसीन हुए। पीर गंगानाथ महाराज के सानिध्य में सिरे मंदिर धाम पर महारूद्र यज्ञ का एतिहासिक भव्य आयोजन भी करवाया गया।