जालोर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार जिला कांग्रेस कमेटी जालोर की और से केंद्र की भाजपा सरकार एवम एसबीआई बैंक के बीच मिलीभगत को उजागर करने की मांग को लेकर कल 08 मार्च 2024 शुक्रवार सुबह 11 बजे एसबीआई बैंक कचहरी परिसर के सामने जालोर के समक्ष विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम जिलाध्यक्ष भंवरलाल मेघवाल के नेतृव में किया जायेगा।
जिला प्रवक्ता योगेंद्र सिंह कुम्पावत ने बताया कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में भाजपा की चुनावी बांड योजना को असंवैधानिक मानते हुए उस पर रोक लगा दी है। अदालत ने राजनीतिक दलों को इस योजना के तहत प्राप्त दान का खुलासा करने का निर्देश दिया, साथ ही भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को चुनावी चंदे की पूरी जानकारी 6 मार्च, 2024 से पहले सार्वजनिक करने और चुनाव आयोग को सौंपने का भी निर्देश दिया गया है। इस फैसले का देशभर में काले धन के खिलाफ निर्णायक कदम के तौर पर व्यापक स्वागत किया गया.
चुनावी बांड योजना की प्राथमिक लाभार्थी होने के नाते सत्तारूढ़ भाजपा को माननीय उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद असुविधा का सामना करना पड़ा। 2017 में एचटीई योजना की शुरुआत के बाद से राजनीतिक दलों को सामूहिक रूप से 212,000 करोड़ से अधिक प्राप्त हुए, अकेले भाजपा को 86,566.11 करोड़ प्राप्त हुए, जो कि सभी चुनावी बांड का 55% है।
स्पष्ट रूप से भाजपा दानदाताओं के बारे में जानकारी सार्वजनिक होने के बाद चुनिंदा कॉरपोरेट्स के साथ अपने संबंधों के उजागर होने के संभावित जोखिम को लेकर चिंतित है। मोदी सरकार ने भारतीय स्टेट बैंक पर यह जानकारी साझा न करने का दबाव बनाया है। कल, एसबीआई ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक आवेदन दायर किया, जिसमें विवरण साझा करने के लिए 30 जून, 2024 तक अवधी विस्तार की मांग की गई।
जैसा कि आप जानते हैं, देरी संदिग्ध है, क्योंकि देश के सबसे बड़े और पूरी तरह से कम्प्यूटरीकृत बैंक को चुनावी बांड के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए पांच महीने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। इससे पता चलता है कि एसबीआई का इस्तेमाल बी.जे.पी. की वित्तीय अनियमितताओं और काले धन के स्रोत को छिपाने के लिए किया जा रहा है।
देश की जनता इस बात को लेकर जागरूक हो रही है कि किस तरह सरकारी एजेंसियों और संस्थानों पर दबाव डालकर सच्चाई को छुपाया जा रहा है।
कुम्पावत ने बताया कि कार्यक्रम में विधायकगण,विधानसभा चुनाव 2023 कांग्रेस प्रत्याशीगण,पूर्व अध्यक्ष/ सदस्य बोर्ड एवम निगम,प्रदेश एवम जिले के पदाधिकारिगण,पूर्व विधायकगण,पीसीसी सदस्यगण,वरिष्ठ कांग्रेसजन,ब्लॉक एवम नगराध्यक्ष, मंडल अध्यक्षगण,पूर्व जिलाध्यक्ष,पूर्व जिला प्रमुख, प्रधान,नगरपालिका अध्यक्षगण,पूर्व प्रधान,पूर्व पालिका अध्यक्ष,जिला परिषद एवम पंचायत समिति सदस्यगण,नगर परिषद एवम पालिका नेताप्रतिपक्ष, पार्षदगण, अग्रिम संगठन एवम प्रकोष्ठ विभाग जिलाध्यक्षगणों सहित तमाम कांग्रेसजन मौजूद रहेंगे।