रानीवाड़ा। क्षेत्र में लंपि बीमारी अब महामारी को रूप अख्तियार कर रही है। सरकार के प्रयास भी नाकाफी होने के बाद अब समाजसेवी संस्थाए गांव गांव सक्रिया हो गई है। गोवंश को बचाने की मुहिम चलाई जा रही है। ऐसी ही एक मुहिम आजोदर गांव में शुरू की गई है। आजोदर युवा संगठन के दर्जनों वालंटियर्स गोसेवा के लिए आगे आए है।
बता देते है कि आजोदर में युवा संगठन के कार्यकर्ता दिन रात गोवंश को बचाने के लिए प्रयासरत है। लंपी बीमारी से ग्रसित गौ वंशो का इलाज हेतु विभिन्न तरीकों से बचाव किया जा रहा है। इस नेक कार्य को लेकर दानदाताओं ने अपनी तिजोरियां खोल दी है। जिससे आयुर्वेदिक लड्डु तैयार करके गौ वंशो को खिलाए जा रहे है।
रानीवाड़ा क्षेत्र के किसी भी गांव से सूचना मिलते ही टीम एक्टिव हो जाती है। टीम के सभी युवा पशु चिकित्सक की मदद से सूचित स्थान पर जाकर इलाज शुरू कर देते है। गुरुवार को सूचना मिलते ही टीम द्वारा गुजरात के वासोल पाटिया में इलाज किया गया। आजोदर स्टेशन पर शिविर के माध्यम से निशुल्क दवाई का भी वितरण किया जा रहा है।
आजोदर युवा संगठन की टीम की ओर से गुजरात और जालोर जिले के कई गांवों में गोवंश के लिए दवाईयां मुहैया कराई जा रही है। आजोदर, सेवाड़िया, डोडवाडिया, मेडक, जोड़वास, आदरवाडा, आमपुरा, अदेपुरा, भाटवास, अमरापूरा, रामपुरा, बामनवाड़ा, गांवों में डोर टू डोर सेवा दी जा रही है। ईलाज के बाद 80 फिसदी गोवंश में सुधार देखने को मिला है।