साधु संतों के सानिध्य व वैदिक मंत्रों के साथ प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव सम्पन्न
रानीवाड़ा। परमार राजवंश की कुलदेवी अर्बुदा माताजी की तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के तीसरे दिन धूमधाम से गाजे बाजे व ढोल ढमाकों के भक्ति गीतों की स्वर लहरियों के साथ अर्बुदा माताजी के गगनभेदी जयकारों के बीच विद्भान पंडितों द्बारा विधि विधान से मंत्रोच्चार के साथ लाभार्थी परिवार द्बारा अर्बुदा माताजी की मूर्ति की स्थापना प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत होते ही चारों ओर पुष्प वर्षा हैलीकॉप्टर के लाभार्थी परिवार द्बारा की गई।
मंदिर के शिखर पर ध्वजा, गणेश जी, हनुमानजी, गरुड़ भगवान सहित देवी देवताओं की भी प्राण प्रतिष्ठा स्थापना विधि अनुसार करने पर माँ के भक्त नाचते गाते झुमते माँ के दर्शन करने की होड़ सी मच गई। महोत्सव में हैलीकॉप्टर आने पर सिलासन नगर में विशेष उत्साह देखा गया, नगर में पहली बार हैलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा के साथ भव्य प्राण प्रतिष्ठा ऐतिहासिक रही।प्राण प्रतिष्ठा के निर्मित चल रहे नवचंडी यज्ञ की भी आज भव्य रुप मंत्रोच्चार के बीच आहुतियां देकर सम्पन्न किया गया।
महोत्सव के व्यवस्था प्रभारी एवं संस्थापक उकसिंह परमार ने बताया कि तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में करीब साठ हजार से ज्यादा भक्तों ने भागीदारी निभाकर महोत्सव को ऐतिहासिक से साथ सफल बनाया। इस मौके पर ब्रह्म धाम आसोतरा के गादीपति तुलसारामजी महाराज, डागियावास के महेन्द्र सिंहजी भोपाजी, सेवाडिय़ा मठ के रतनभारती महाराज भी उपस्थित रहे।
इस मौके पर ब्रम्हा धाम आसोतरा के गादीपति तुलसाराम जी महाराज ने कहा कि समाज को आगे बढाने के लिए नशा मुक्त समाज होना अत्यंत आवश्यक है। नशा मुक्त समाज ही प्रगति के डगर पर चलकर युवा पीढ़ी सफलता प्राप्त कर सकते है। उन्होंने सिलासन के अर्बुदा माताजी के परिसर को रमणीय धार्मिक स्थल बताते हुए यहां विकास के नये आयाम तय करने के आर्शीवचन कहें।
उपस्थित सभी संत महात्माओं का श्री अर्बुदा सेवा संस्थान सिलासन के संरक्षक वरधसिंह पांथेडी, अध्यक्ष जबरसिंह परमार, महोत्सव व्यवस्था प्रमुख उकसिंह परमार, मलसिंह परमार, वेलसिंह परमार, दलपतसिंह दादाल, किशोरसिंह नीलकंठ सहित पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने स्वागत,अभिनन्दन सम्मान किया गया। प्राण प्रतिष्ठा के समय सम्पूर्ण अर्बुदा माताजी धाम में ग्रामीण जनों भक्त जनो का हुजूम उमड़ पड़ा।