जालोर। हर्षवर्धन अग्रवाला पुलिस अधीक्षक जालौर के निर्देशानुसार पुलिस लाईन में महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस सम्पूर्ण कार्यक्रम के संचालन हेतु डॉ. अनुकृति उज्जैनिया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जालोर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया। जिनके सुपरविजन में रिजर्व पुलिस लाईन जालोर में 4 से 10 जुलाई तक महिला पुलिसकर्मियों का 7 दिवसीय महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।
जिनको राजस्थान पुलिस अकादमी जयपुर से प्रशिक्षणशुदा 8 महिला पुलिस कर्मियों द्वारा आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिया गया। श्रीमती लीला उपनिरीक्षक आउटडोर प्रशिक्षण प्रभारी व श्रीमती सुगना हैडकानि की उपस्थिति में महिला ट्रेनर द्वारा जिला स्तर पर कुल 35 महिला कानि को प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें आत्मरक्षा संबंधी विभिन्न पंच यूएसी एक्टीविटी सिखाई गयी।
इन्डोर प्रशिक्षण प्रभारी महेन्द्रसिंह निरीक्षक पुलिस के दिशा निर्देशन में प्रशिक्षक इन्डोर द्वारा महिला सुरक्षा एवं कानून, छेड़छाड़, दुष्कर्म, दहेज प्रताड़ना, घरेलु हिंसा व जुवाईनल जस्टिस एक्ट आदि की जानकारी दी। समापन समारोह पर जिला पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आत्मरक्षा से अभिप्राय स्वंय के द्वारा कुछ आत्मरक्षक कौशल के माध्यम से आकस्मिक आक्रमण से स्वयं की सुरक्षा की जाने की तकनीक हैं।
आत्मरक्षा का मुख्य उद्धेश्य बालिकाओं व महिलाओं को प्रशिक्षण के माध्यम से शारीरिक एवं मानसिक रूप से आत्म निर्भर बनाया जाना हैं ताकि बालिकाएं विषम परिस्थितियों से बिना विचलित हुए उसका सामना कर सके। प्रशिक्षित किया जा चुका है। प्रथम बैंच में 28 एवं द्वितीय बैंच में 35 महिला पुलिसकर्मियों जिनके द्वारा अपने थाना क्षेत्र के विद्यालयों व ग्राम पंचायत स्तर पर महिलाओं व बालिकाओं को प्रशिक्षण दिया जाकर उन्हें सशक्त किया जाएगा।
जालोर में 20 हजार बालिकाओं व महिलाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिए जाने का लक्ष्य रखा गया एवं नर्सिंग महिला कर्मियों, अध्यापिकाओं, आशा सहयोगिनियों, सुरक्षा सखियों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व अन्य आमजन महिलाओं को इस अभियान से जोड़ा जाकर आत्मरक्षा प्रशिक्षण में पारंगत करने की योजना है।