रेवदर उपखंड के भारती हॉस्पिटल व सोनोग्राफी सेंटर में कार्यरत डॉक्टर एस एस भाटी की ना सिर्फ नॉर्मल डिलीवरी करवाने में महारत हासिल है अपितु जहर पिए हुए मरीजों और सर्पदंश के शिकार मरीजों का भी सफलता पूर्वक इलाज करते है।
ऐसा ही वाकिया हुआ जब श्गणेशाजी पुत्र श्री पुरारामजी कोली निवासी आवाड़ा (रेवदर) रात को अपने खेत पर पानी पीने उठे अंधेरा होने की वजह से कुछ देख नही पाए और अचानक से वहां पर मौजूद एक भयंकर ब्लैक कोबरा पर पैर रख दिया। जिस पर कोबरा ने गणेशाजी के पैरो पर डस लिया, सांप के डसने की वजह से गणेशाजी ने परिजनों को आवाज दी और अर्धमुर्षित हो गए। परिजन तुरंत स्थानीय भोपाजी के पास ले गए, जहां भोपाजी ने अर्धमुर्षित अवस्था में देखा तो तुरंत रेवदर डॉक्टर एस एस भाटी को दिखाने का कहा।
परिजन जैसे तैसे कर रेवदर पहुंचे और डॉक्टर एस एस भाटी से मिले। रेवदर पहुंचने तक गणेशाजी की हालत काफी गंभीर थी। शरीर ठंडा पड़ गया था। आंखे खुल नही रही थी और ना ही कुछ बोल पा रहे थे। डॉक्टर एस एस भाटी ने ताबड़तोड़ ट्रीटमेंट स्टार्ट किया तो कुछ ही समय बाद हालात सुधरने लगे।
आखिरकार मात्र 40 मिनिट के अंदर ही आंखे भी खोली और अपने मुंह से खुद को पहले से बेहतर बताया। मरीज को स्वस्थ देख परिजनों ने डॉक्टर एस एस भाटी का आभार व्यक्त किया।