रानीवाड़ा। नजदीकी दाता ग्राम में गुरु जंभेश्वर सांथरी में पर्यावरण एवं वन्य जीव सरंक्षण सेवा समिति अध्यक्ष भागीरथराम डारा के नेतृत्व में पौधारोपण कर हरियाली तीज महोत्सव मनाया गया। इसके अलावा जोहड़ के साथ बरगद, पीपल, जामुन और अमरूद के पौधों का भी रोपण किया गया। इस मौके पर ग्रामीणों ने संकल्प लिया कि इन्हें पेड़ बनने तक संरक्षण दिया जाएगा।
कैप्टन हरिराम जाणी की पहल पर पर्यावरण सुधार की दिशा में साझा पहल की गई। तेजाराम मांजू ने कहा की पेड़ों की अंधाधुंध कटाई से पर्यावरण को काफी नुकसान हो रहा है। इसकी भरपाई हम पौधें लगाकर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हरियाली तीज पर पौधरोपण कर हरियाली बढ़ाने के लिए कदम उठाया गया है। सरपंच भगराज मांजू ने कहा की पेड़ लगाकर हम वातावरण को आने वाली पीढ़ी के सुरक्षित कर रहे हैं। जितना पेड़ लगाना जरूरी है, उससे भी जरूरी इनकी परवरिश है। पूर्व सरपंच इसराराम मांजू ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम रूकने नहीं चाहिए, जारी रहने चाहिए। इसलिए गांव में लगातार पौधरोपण किया जाएगा।
इस अवसर पर पर्यावरण एवं वन्य जीव सरंक्षण सेवा समिति अध्यक्ष भागीरथराम डारा की ओर से वृक्षों के महत्व को बताते हुए कहा कि हमारे पूर्वजों ने हमें तुलसी माता, पीपल, नीम आंवला तथा वट वृक्ष की पूजा करने का संदेश हमारी भारतीय संस्कृति में देकर वृक्षों का महत्व तो बताया ही साथ उनके संरक्षण का संदेश भी दिया।
इस मौके पर स्वामी पूर्णप्रकाश, जयकिशन भादू, रामकिशन सारण, उपसरपंच कालूराम जाणी, भाखराराम सारण, युवा नेता प्रकाश सारण, पाबूराम भादू, रघुनाथ भादू, खेराज सारण, जयकिशन सारण, सूजाराम डारा, रामप्रताप मांजू, सुभाष मांजू, बाबूलाल मांजू, मालाराम जाणी समेत दर्जनभर पर्यावरण प्रेमी उपस्थित रहे।