एयरपोर्ट महाराजा सूरजमल के नाम पर रखने की मांग उठाई, महाराजा सूरजमल की छतरी तोड़ने की घटना से आक्रोश
जसवंतपुरा। कोटा विकास प्राधिकरण द्वारा महाराजा सूरजमल की 600 साल पुरानी छतरी तोड़ने के विरोध में सोमवार को क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन ने 4 सूत्रीय मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी जसवंतपुरा को ज्ञापन सौंपा। फाउंडेशन के गजेंद्रसिंह जाविया ने बताया कि में केडीए अधिकारियों के आदेश पर कार्मिकों द्वारा प्राचीन धरोहरों को विस्थापित करने के लिए निर्धारित बन, प्रक्रिया का पालन न करते हुए अपमानजनक तरीके से जेसीबी चलाकर तहस नहस कर दिया।
प्रदेश की उन्नत ऐतिहासिक धरोहर के प्रति केडीए प्रशासन की आपराधिक मानसिकता का परिचायक है। उन्होंने कर्मचारियों को निलंबित कर छतरी बताया कि विभाग द्वारा कुछ निर्माण के लिए अन्यत्र भूमि उपलब्ध करवाने की बात करकर अपराध की गंभीरता पर लीपा-पोती की जा रही है। संपूर्ण राजस्थान के राजपूत समाज सहित सभी समाजों में आक्रोश है। फाउंडेशन के गोपालसिंह चेकला, समुन्द्रसिंह जाविया, महिपालसिंह वाडा, गोपालसिंह, देरावरसिंह उचमत, महावीर सिंह, गोविन्दसिंह, कृष्णपालसिंह उपस्थिति रहे। ज्ञापन में छतरी तोड़ने का आदेश देने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को बर्खास्त कर उनके विरुद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज करवाने की मांग की।
प्रदेश में 100 वर्ष से अधिक पुराने ऐसे हजारों प्राचीन स्मारक के संरक्षण एवं जन आस्था के स्मारकों के साथ पुनः ऐसी कोई गैर जिम्मेदाराना हरकत नहीं हो, इसकी रोकथाम के लिए स्पष्ट नीति तय कर लागू करने की मांग की। महाराजा सूरजमल की छतरी को उसी स्थान पर पूर्ण सम्मान के साथ मूल स्वरूप में पुनस्थापित करवाने, जिस हवाई अड्डे के निर्माण को लेकर गैरजिम्मेदाराना कार्यवाही की है, उसका नामकरण महाराजा सूरजमल के नाम से कर उनके प्रति आमजन की आस्था का सम्मान करने की माँग की।