रानीवाड़ा पुलिस थाने में सामाजिक समरसता एवं आपसी सौहार्द बनाए रखने को लेकर डीएसपी शंकरलाल मंसूरिया एवं थानाधिकारी सवाईसिंह राठौड़ ने सीएलजी की आवश्यक बैठक का आयोजन किया।
डीएसपी मंसूरिया ने बताया कि सुराणा घटना के बाद जिले का आपसी समरसता के सामाजिक रिश्तों में दरार देखने को मिली है। हालांकि, जिलेवासी इस दरार को पाटने में सफल रहे है। अब हमे आपसी विश्वास व सौहार्द को बनाए रखने के लिए सकारात्मक प्रयास जारी रखने की जरूरत है। जहा कहीं ऐसी घटना की जानकारी मिले तो कोई भी व्यक्ति पुलिस को तुरंत सुचित करे ताकि हालात पर काबू किया जा सके।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थल यदा सरकारी व नीजि स्कूल, महाविद्यालय, आंगनवाड़ी, मिड-डे मिल सहित इंदिरा रसोई जैसी जगह पर अलग से व्यवस्था करने पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसा कही पर कोई सिस्टम दिखाइ दे तो उन्हे समझाए एवं पुलिस को सूचना देवे।
थानाधिकारी सवाईसिंह राठौड़ ने कहा कि ऐसी घटनाओं का मीडिया स्वविवेक से सकारात्मक व रचनात्मक कवरेज करे। अंग्रेजी सोशल मीडिया पर इस प्रकार घटनाओं के प्रसारण से विदेशों में देश की इमेज खराब होती है। सदियों से ग्रामीण क्षेत्र में जातियोें का समरसता का भाव जो बना हुआ है। उसे जिन्दा रखना है। हम सभी एकदूजे के पूरक बने तो आनेवाला समय अच्छा होगा।
इस मौके पर नगरपालिका के चेयरमैन जेठीदेवी मफाराम भील, पूर्व उपजिला प्रमुख हडमतसिंह सोलंकी, पूर्व प्रधान नरेन्द्र विश्नोई, ग्राम सेवक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. भाणाराम बोहरा, पूर्व सरपंच रिडमलसिंह डाभी, व्यापार संघ के अध्यक्ष छैलसिंह सोलंकी, कृषि मंडी व्यापार संघ के अध्यक्ष कांतिलाल माहेश्वरी, नारायण माहेश्वरी, नानजीराम चौधरी, बलवंतसिंह परमार, नरेश जोशी, अंबालाल चितारा, गणपत पुरोहित, राजूसिंह बड़गांव, जसराज राठौड़, मफतसिंह परमार सहित कई जने मौजूद रहे।