भीनमाल। अक्सर देख जाता है कि महिला मरीजों के बच्चेदानी में गांठ 50 ग्राम से कम होती है। डॉक्टर साधारणतया माइनर सर्जरी से गांठ निकाल देता है। पर किसी महिला के बच्चेदानी में 5 किलों की गांठ होने पर डॉक्टरों के लिए चुनौती हो जाता है। ऐसा ही एक मामला भीनमाल ग्रामीण क्षेत्र का सामने आया है। 36 साल की लहरकी देवी देवासी को दो साल से पेट में दर्द हो रहा है। दर्द बढ़ने पर कई दवाखानों में चैक कराया परन्तु दर्द नही मिटा।
ऐसे में उसे भीनमाल के डॉक्टर भूपेन्द्र चौधरी के दवाखाने में भर्ती कराया गया। डॉक्टर ने उसकी मशीनी सहित सीटीस्कैन करवाया। तो उसके गर्भाशय की थैली में बड़ी गांठ दिखी। उसका परिजनों की सहमति से ऑपरेशन करवाया गया। ऑपरेशन के बाद 5 किलों की गांठ को बाहर निकालकर मरीज को राहत प्रदान की। शल्य चिकित्सा के बाद मरीज स्वस्थ व खुशमिजाज है। उसके परिजनों ने डाक्टर भूपेन्द्र चौधरी एवं उसकी टीम ओटी सहायक प्रयाग जीनगर, शकूरखान, उम्मेदकुमार, सुरेश एवं मीडिया प्रभारी महादेव पारीक का आभार जताया है।