रेवदर उपखंड के श्री रामदेव गायनिक हॉस्पिटल में कार्यरत नॉर्मल डिलीवरी स्पेशलिस्ट डॉ एसएस भाटी को ना सिर्फ नॉर्मल डिलीवरी करवाने में महारत हासिल है अपितु सर्पदंश से पीड़ित मरीजों, जहर पिए हुए मरीजों और अन्य क्रोनिक डिजीज (लंबे समय तक बीमारी से ग्रसित) मरीजों के सफलतापूर्वक इलाज में महारत हासिल है। ऐसा ही वाकया बीती रात हुआ जब मात्र 2 घंटो के भीतर 4 हाई रिस्क केसों का डॉक्टर एस एस भाटी ने सफलतापूर्वक इलाज किया। सभी मरीज स्वस्थचित है।
उदयपुर के गीतांजलि हॉस्पिटल में हुआ था पूर्व में सिजेरियन ऑपरेशन इस बार सिरोही में भी बोला ऑपरेशन अनिवार्य डॉक्टर एस एस भाटी ने करवाई नॉर्मल डिलीवरी
श्रीमती त्रिजादेवी पत्नी हीराराम देवासी निवासी पाड़ीव (सिरोही) को 3 वर्ष पूर्व हाई बीपी और हड्डियों में कम जगह होने की वजह से सिरोही से उदयपुर रेफर किया था। हाई बीपी होने की वजह से उदयपुर के सबसे बड़े हॉस्पिटल गीतांजलि हॉस्पिटल में सिजेरियन ऑपरेशन से डिलीवरी हुई थी। इस बार भी डिलीवरी का दर्द होने पर परिजन महिला को लेकर सिरोही के बड़े हॉस्पिटल में गए हैं। जहां पर भी उन्हें पिछली बार की तरह ही हाई बीपी होने और पूर्व में सिजेरियन ऑपरेशन होने की वजह से सिजेरियन ऑपरेशन की सलाह दी। परिजन ऑपरेशन नहीं करवाना चाहते थे। अतः परिजन गर्भवती महिला को लेकर करोटी स्थित श्री रामदेव हॉस्पिटल पहुंच नॉर्मल डिलीवरी स्पेशलिस्ट डॉ एसएस भाटी से मिले। जहां डॉ एसएस भाटी ने उन्हें नॉर्मल डिलीवरी करवाने का पूरा आश्वासन दिया और कुछ ही समय में नॉर्मल डिलीवरी करवाई। परिजन खुशी से झूम उठे। सभी ने डॉ एसएस भाटी का आभार व्यक्त किया।
उदयपुर के गीतांजलि हॉस्पिटल और अन्य दो हॉस्पिटलों में बोला सिजेरियन ऑपरेशन, परिजन 196 किलोमीटर की दूरी तय कर पहुंचे करोटी, डॉ एसएस भाटी ने करवाई नॉर्मल डिलीवरी
श्रीमती बिंदुकंवर पत्नी लोकेंद्रसिंह शक्तावत राजपूत निवासी उदयपुर को डिलीवरी का दर्द होने पर गीतांजलि सहित उदयपुर के दो बड़े हॉस्पिटलों में दिखाया। वहां के वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञों ने उन्हें सिजेरियन ऑपरेशन करवाने की सलाह दी। जिसका कारण उनका हाई ब्लड प्रेशर होना बताया। परिजन ऑपरेशन नहीं करवाना चाहते थे। अतः 196 किलोमीटर की दूरी तय कर परिजन रेवदर के करोटी क्षेत्र में स्थित श्री रामदेव हॉस्पिटल पहुंचे। डॉ एसएस भाटी से मिले। जहां डॉ एसएस भाटी ने उनके ब्लड प्रेशर को व्यवस्थित कर कुछ ही समय में नॉर्मल डिलीवरी करवाई। परिजनों ने जच्चा बच्चा दोनों को सुरक्षित देख डॉ एसएस भाटी को कोटि कोटि धन्यवाद दिया।
भूलवस जहरीला रसायन पीकर आई एक युवती का ताबड़तोड़ इलाज शुरू कर डॉ एसएस भाटी ने बचाई जान
श्रीमती पूजादेवी पत्नी ईश्वरपुरी गोस्वामी निवासी रानीवाड़ा को रात में परिजन करोटी स्थित श्री रामदेव हॉस्पिटल ले आए हैं। जांच के दौरान डॉ एसएस भाटी ने पता किया की महिला ने भूलवस जहरीला रसायन पी लिया है। बिना समय गवाएं डॉ एसएस भाटी ने ताबड़तोड़ इलाज शुरू कर महिला की जान बचाई। परिजनों ने डॉक्टर भाटी का आभार व्यक्त किया।
बिना चीरा बिना टांका के नॉर्मल डिलीवरी करवाकर डॉक्टर एस एस भाटी ने एक परिवार को दिया घर का चिराग
श्रीमती अशोककंवर पत्नी जालम सिंह राजपूत निवासी सावीदर (भीनमाल) के डिलीवरी का दर्द होने पर परिजन उन्हें करोटी स्थित श्री रामदेव हॉस्पिटल ले आए जहां डॉक्टर एसएस भाटी ने बिना चीरा बिना टांका के नॉर्मल डिलीवरी करवाई। जिनसे उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। गौरतलब है कि इसी महिला के पूर्व में 4 लड़कियां थी। इस बार लड़के के जन्म से परिवार में खुशियों और उत्साह का माहौल है। सभी ने डॉ एसएस भाटी का आभार व्यक्त किया और पूरे हॉस्पिटल में मिठाइयां बांटी।
बता देते है कि इन चारों हाई रिस्क मामलों का डॉक्टर एस एस भाटी ने मात्र 2 घंटो के भीतर ही सफल इलाज किया, टीम में डॉक्टर चिराग पटेल (पालनपुर वाले), नर्सिंग ऑफिसर कुलदीपसिंह महेचा, खुशवीरसिंह दांतराई, दिग्विजयसिंह देवड़ा निंबोड़ा, गोपालराम देवासी बावली, जयंतीलाल कोली दौलपुरा मौजूद रहे।