रानीवाड़ा के पास आखराड़ ग्राम पंचायत के दौलपुरा गांव में बरसाती पानी के अत्यधिक जमाव होने से बच्चों के लिए स्कूल जाना बंद हो गया है। सैंकड़ों की तादाद में बच्चों के लिए अघोषित अवकाश जैसे हालात पैदा हो गए है। ऐसे में ग्रामीणों ने स्वस्फूर्त निर्णय लेकर ट्रैक्टरों से रेती डलवाकर रास्ता दुरस्त कराने का निर्णय लिया है।
ग्रामीण शंकर पुरोहित ने बताया कि दौलपुरा में अधिकतर ग्रामीण अपने कृषि कुओं पर निवास करते है। ऐसे में बच्चों को अध्ययन करने गांव की सरकारी स्कूल में आना पड़ता है। ऐसे में बरसात के मौसम में बीच रास्तों में पानी के जमाव होने से कीचड़ हो गया है। बच्चों का पैदल चलना नामुमकिन हो गया है।
ऐसे में हालातों में अभिभावकों ने गांव के चौहटे पर बैठकर एकराय होकर निर्णय लेकर ट्रैक्टरों से रेती डलवाकर रास्ता दुरस्त कराने का निर्णय लेकर कार्य शुरू करवाया। ग्रामीणों ने बताया कि अभी दो दिन ओर ट्रैक्टर चलेंगे। तब जाकर रास्ता दुरस्त हो सकेगा।
वहीं, दौलपुरा के ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत प्रशासन सहित उपखंड प्रशासन की ओर से रास्ता दुरस्त कराने का कोई प्रयास नही करने से सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने इस समस्या को लेकर विधायक नारायणसिंह देवल सहित पूर्व विधायक रतन देवासी को भी सूचित किया है। आखिर कोई कार्यवाही नही होने पर खुद कार्य करवाना पड रहा है।