दो हाई रिस्क डिलीवरी केसों जिसमे एक को अपने क्षेत्र के दो, तीन हॉस्पिटलों में खून की कमी व गूंगी और बहरी होने की वजह से आगे जाने की सलाह दी तो दूसरी गर्भवती महिला के ज्यादा ब्लीडिंग होने की वजह से अचेत होने के बावजूद नॉर्मल डिलीवरी करवाकर बचाई जान
रेवदर उपखंड के करोटी क्षेत्र में स्थित श्री रामदेव हॉस्पिटल में ऐसी कई अनगिनत डिलीवरी केसों की नॉर्मल डिलीवरी करवाई है। जिन्हे अन्य क्षेत्रों के अस्पतालों में सिजेरियन ऑपरेशन करना अनिवार्य बताया हो अथवा पूर्व में सिजेरियन ऑपरेशन से डिलीवरी हुई हो।
ऐसा ही एक वाकिया हुआ जब श्रीमती राधा देवी पत्नी नारायणलाल देवासी निवासी पामेरा (रेवदर) को डिलीवरी का दर्द होने पर अपने क्षेत्र के एक हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। कुछ समय बाद ही जब अचानक अत्यधिक खून निकलने लगा। तो वहां के डॉक्टर्स ने उन्हें आगे जाकर जल्द से जल्द सिजेरियन ऑपरेशन करवाने का बोला। परिजन अत्यधिक मात्रा में खून गिरता देख घबरा गए और तुरंत वहां से रवाना होकर करोटी स्थित श्री रामदेव हॉस्पिटल पहुंचे। हॉस्पिटल पहुंचते पहुंचते ज्यादा खून गिरने की वजह से गर्भवती महिला की आंखे घूमने लगी थी। अर्धमूर्छित अवस्था में हो गई और गर्भ में बच्चे की धड़कन भी ना के बराबर थी। ऐसी स्थिति में रामदेव हॉस्पिटल में डॉक्टर ने तुरंत इलाज शुरू कर ना सिर्फ नॉर्मल डिलीवरी करवाई। अपितु बच्चे का भी इलाज कर जान बचाई। मां और बच्चे दोनो को सही सलामत देख परिजनों ने डॉक्टर को भगवान की संज्ञा देकर आभार व्यक्त किया।
इसी तरह श्रीमती पारसदेवी पत्नी चोथाराम भील निवासी नीमतलाई (मंडार) के डिलीवरी का दर्द होने पर परिजनो ने स्थानीय क्षेत्र के दो-तीन हॉस्पिटलो में दिखाया। जहां गर्भवती महिला गूंगी और बहरी होने व खून की कमी की वजह से वहां के डॉक्टरों ने उन्हें आगे बड़े हॉस्पिटल में जाने की सलाह दी। परिजन वहां से रवाना होकर करोटी स्थित श्री रामदेव हॉस्पिटल पहुंच नॉर्मल डिलीवरी स्पेशलिस्ट डॉक्टर से मिले। डॉक्टर ने परिजनों को नॉर्मल डिलीवरी करवाने का पूरा विश्वास दिलाया और कुछ ही समय में सुरक्षित नाम डिलीवरी करवाई। परिजनों ने डॉक्टर का आभार व्यक्त किया।