प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी माही का पानी जालोर लाकर और अमित शाह जवाई नदी पुनर्जीवित कर अपने वादे पूरे करें एवं पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की ओर से बनाई गई जवाई पुनर्भरण योजना को जल्दी पूरा करे, बोले सवाराम पटेल
जालोर। जालोर और सांचौर में इन दिनों पानी को लेकर जलयुद्ध देखा जा रहा है। एक ओर आरएसएस की सखा भारतीय किसान संघ के बैनर तले किसानों का धरना दिया जा रहा है, वहीं, आज कांग्रेस के नेता जवाई और माही को लेकर कलक्टर से मिले है। कांग्रेस नेता सवाराम पटेल, ज़िला परिषद सदस्य मांगीलाल प्रजापत, उपाध्यक्ष आमसिंह परिहार, कांग्रेस प्रवक्ता योगेंद्रसिह कुंपावत, पंचायत समिति सदस्य मांगीलाल चौधरी ने प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी, गृह मन्त्री अमित शाह व मुख्यमन्त्री भजनलाल शर्मा के नाम ज़िला कलेक्टर जालोर को उनके द्वारा किये वादों का ज्ञापन देते हुए कई मांगे की है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि राजस्थान विधानसभा चुनाव वर्ष 2013 में चुनाव प्रचार के दौरान गुजरात के तत्कालीन मुख्यमन्त्री व आज देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुमेरपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए वादा किया था कि राजस्थान में आप बीजेपी की सरकार लाओ, सरकार में आने पर हम माही का पानी जालोर, सिरोही पेयजल व सिंचाई के लिये के लायेंगे।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में राजस्थान में बीजेपी की सरकार आयी, वसुन्धरा राजे मुख्यमन्त्री बनी और वर्ष 2014 में केन्द्र में बीजेपी की सरकार बनी और नरेन्द्र मोदी प्रधानमन्त्री बने, लेकिन माही से जालोर – सिरोही पानी लाने की कोई योजना नहीं बनी, सिर्फ और सिर्फ झूठा वायदा किया था।
इसी तरह, राजस्थान में विधानसभा वर्ष चुनाव 2023 में दिनांक 22.11.2023 को देश के गृहमन्त्री अमितशाह ने सायला में जनसभा को संबोधित करते हुए वायदा किया था कि जोगेश्वर गर्ग को जीताकर विधानसभा में भेजो बीजेपी की सरकार बनाओ हम जवाई नदी को पुनर्जीवित करेंगे। जोगेश्वर जी जीत गये, राजस्थान में सरकार बीजेपी की बन गयी और केन्द्र में भी पुनः बीजेपी की सरकार बनकर अमित शाह वापस गृहमन्त्री बन गये। साथ में राज्य व केन्द्र का बजट वर्ष 2024 भी आ गया लेकिन जवाई नदी को पुनर्जीवित करने की कोई योजना नहीं बनी। यह भी झूठा वायदा निकला,
जिला प्रवक्ता योगेन्द्रसिंह बताते है कि भजनलाल सरकार ने राजस्थान के हाल ही के बजट में यह योजना जरूर बनी है कि जवाई बाँध से पाली, पाली ग्रामीण व जोधपुर जाने वाली जवाई नहर के पुनर्निर्माण के लिए 2280 करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ है जिससे बांध का पानी पाली, पाली ग्रामीण व जोधपुर पेयजल व सिंचाई के लिये जायेगा जिससे जालोर जिले को भारी नुकसान होगा।
जालोर की जनता के साथ धोखा है। जबकि, राजस्थान की पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार ने वर्ष 2023 के बजट में जवाई पुनर्भरण योजना के लिये 2554 करोड़ का बजट जारी कर योजना शुरु भी कर दी थी जिसके तहत जवाई बाँध के उपर दो बाँध बनेंगे और सुरंग व नहर के माध्यम से पानी जवाई में आयेगा। आवक बढ़ेगी लेकिन जवाई बाँध की पाल की उचाई जो है वही रहेगी। इससे संभावना होती है कि आवक ज्यादा होने पर गेट जल्दी खोलने पड़ते और नदी में पानी बहता जिससे जालोर साँचोर जिले को फायदा होता। लेकिन राजस्थान के गत बजट से जालोर जिले को जवाई नहर के पुनर्निर्माण से नुक़सान तय है। राजस्थान व केन्द्र सरकारों से अनुरोध है कि पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार द्वारा बनाई गई जवाई पुनर्भरण योजना का काम शीघ्र पूरा करे,
उन्होंने बंतत बताया कि मोदी माही का पानी जालोर सिरोही साँचोर जिलो में लाने की योजना बनाकर अपना वायदा पूरा करे और अमितशाह जवाई नदी को पुनर्जीवित करने का अपना वायदा पूरा करें। इस अवसर पर नगराध्यक्ष मुमताज अली सैयद, अर्जुन सिंह आईपुरा, पुखराज माली, गोरधन सिंह राजपुरोहित मौजूद थे।