रानीवाड़ा। आज रविवार को उपखंड रानीवाड़ा के मेड़ा गांव में संत रामपालजी महाराज के अनुयायियों ने आमजन में आध्यात्मिक जागृति लाने और सभ्य, सुसंस्कृत और समृद्ध समाज के निर्माण को लेकर एक दिवसीय सत्संग का आयोजन एलसीडी के माध्यम से किया गया। सन्त रामपाल जी महाराज ने सत्संग में चारों वेद, गीताज़ी, पुराण, कबीर सागर इत्यादि पवित्र धर्म ग्रंथो के अनुसार आत्मा और पूर्ण परमात्मा का ज्ञान कराते हुए सृष्टि रचना का ज्ञान कराया।
सन्त रामपाल जी महाराज के मुख्य उद्देश्य सारगर्भित है। जैसे कि विश्व को सतभक्ति देकर मोक्ष प्रदान करना, समाज से पाखंडवाद को खत्म करना, समाज से जाति-पांति के भेद को मिटाना, समाज से हर प्रकार के नशे को दूर करना, युवाओं में नैतिक और आध्यात्मिक जागृति लाना, समाज से दहेज रूपी कुरीति को जड़ से समाप्त करना, समाज में शांति व भाईचारा स्थापित करना खास है।
इस प्रकार रामपालजी महाराज के अनुयायी समस्त सामाजिक कुरीतियों और बुराइयों जैसे मृत्युभोज, दहेजप्रथा, छुआछूत, कन्या भू्रण हत्या, भ्रष्टाचार, चोरी, रिश्वतखोरी और समस्त प्रकार की नशीली वस्तुओं से दूर रहते हुए आपसी भाईचारे के साथ सतभक्ति करते हैं। इस प्रकार सत्य सनातन धर्म की विचारधारा को मूर्त रूप देते हुए जगद्गुरु तत्वदर्शी सन्त रामपालजी महाराज एक स्वच्छ और पूर्णतया स्वस्थ समाज का निर्माण कर रहे हैं, जिससे इस घोर कलयुग में सतयुग जैसा माहौल बन रहा हैं।
साथ ही सत्संग में बताया कि सन्त रामपालजी महाराज से नाम उपदेश लेकर उनके द्वारा बताई गई भक्ति मर्यादा में रहते हुए करने से समस्त प्रकार की गंभीर से गंभीर बीमारियों से छुटकारा मिल जाता हैं और सभी दुःख दूर हो जाते हैं और आर्थिक, शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होकर व्यक्ति पूर्णतः सुखी हो जाता हैं।
इस सत्संग में रामपाल जी के अनुयायियों और ग्रामीणों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। बेहतरीन व्यवस्था का जिम्मा सेवादार मंछाराम परिहार, जोइताराम पुरोहित, अधिवक्ता रमेश कुमार सेन, जोइताराम चौहान, जैसाराम सुथार ने संभाला।