जिला कलेक्टर ने जालौर- सिरोही जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड के प्रशासक पद पर किया पदभार ग्रहण, निर्वाचित चेयरमैन जोगसिंह बालोत हाईकोर्ट पहुंचे, डेयरी बनी सियासी अखाडा
रानीवाड़ा। सांचौर कलक्टर शक्तिसिंह राठौड़ ने सोमवार को जालौर सिरोही जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड मुख्यालय रानीवाड़ा के प्रशासक पद पर पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि क्षेत्र के पशुपालकों के हितों के कार्यों को प्राथमिकता के साथ पूर्ण किया जाएगा और दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए जाएंगे। कलक्टर ने डेयरी प्रबंधक एसएल बलाई से जसमूल संघ की ओर से संचालित डेयरी में दुध की आवक, नफा नुकसान, समितियों की संख्या, राज्य सरकार की ओर से देय अनुदान सहित कई जानकारियां लेकर डेयरी को बेहतरीन तरीके से संचालन के निर्देश दिए।
बता देते है कि सहकारी समितियां जयपुर की रजिस्ट्रार अर्चना सिंह ने जालोर- सिरोही जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड रानीवाडा के अध्यक्ष जोगसिंह बालोत को हटा दिया है। समिति का निर्वाचन होने तक सांचौर जिला कलक्टर शक्तिसिंह राठौड़ को प्रशासक नियुक्त किया गया है। सांचौर जिला कलक्टर को संघ की नई समिति का निर्वाचन जल्द करवाए जाने के आदेश भी दिए हैं। गौरतलब है कि जालोर-सिरोही दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड रानीवाड़ा के संचालक दल का निर्वाचन 18 अगस्त 2021 को सपन्न हुआ था। संघ के संचालक मंडल के 12 सदस्यों में से 9 सदस्य निर्वाचित होने के साथ 3 पद रिक्त रहे थे। इन 9 सदस्यों में से 7 सदस्यों की ओर से 4 अप्रैल 2024 को स्वेच्छा से संचालक मंडल से त्यागपत्र दे दिए गए थे।
दूसरी ओर, जोगसिंह बालोत का कहना है कि रजिस्ट्रार ने उसको बिना सुने संविधान के विरूद्ध एक तरफा निर्णय लिया है। हाइकोर्ट के डीबी के निर्णय की पालना करने में कोताही बरती गई है। बालोत ने कहा कि वो बीमार है और अहमदाबाद में भर्ती है। ऐसे में संशोधित सहकारिता के नियमों के विरूद्ध निर्णय लिया गया है। वो हाइकोर्ट में अपना पक्ष रखने जा रहे है। गौरतलब है कि जोगसिंह बालोत पूर्व में राजस्थान डेयरी फैडरेशन यानि सरस के चेयरमैन रह चुके है।