14 गांव आते है इस सर्किल में, भीनमाल मुख्यालय रानीवाड़ा से है समीप
रानीवाड़ा। नवगठित सांचौर जिले में से चितरोड़ी भूअभिलेख वृत को रानीवाड़ा तहसील से हटाकर भीनमाल तहसील में जोड़ने की मांग को लेकर आज 23 दिसंबर से संघर्ष यात्रा का शुभारंभ हुआ। इस संघर्ष समिति के संयोजक ललित राजपुरोहित इस अभियान की कमान हाथ में लिए संघर्ष कर रहे है। आज तीन गांवों में ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए बैठके हुई।
राजपुरोहित ने बताया कि आज की संघर्ष यात्रा की शुभारंभ चितरोडी से हुआ। गांव के राजीव गांधी भवन में ग्रामीणों की बैठक का आयोजन किया। बाद में आलडी और शाम 5 बजे सांवलावास में मिटींगें हुई। इसमें वक्ताओं ने चितरोडी आरआई सर्किल को सांचौर जिले के रानीवाड़ा तहसील से अलग करने से इस क्षेत्र के ग्रामीणों को होने वाले फायदे के बारे में बताया। बता देते है कि चितरोड़ी आरआई सर्किल में कागमाला, चांडपुरा, बिलड़, कोडी, चारा, वाडा भोजा, चितरोड़ी, आलड़ी, धनवाड़ा, रोपसी, वणधर, वरेठा, सांवलावास गांव शामिल है। ऐसे में इन गांवों के रानीवाड़ा से भीनमाल तहसील में जोड़ना थोडा मुश्किल तो है पर नामुमकिन नही।
बता देते है कि रानीवाड़ा की सम्पूर्ण तहसील को सांचौर जिले से हटाकर जालोर जिले में यथावत रखने या भीनमाल को नया जिला बनाकर उसमें रखने की मांग को लेकर 54 दिन का धरना चला परन्तु कोई समाधान नही होने और आचार संहिता लगने के बाद धरना स्थगित करना पड़ा। अब उक्त मांग को लेकर एक बार फिर से आवाज उठने लगी है। ऐसे में चितरोडी आरआई सर्किल को रानीवाड़ा से हटाने की मांग नई है। उसका कारण यह ही इस सर्किल के अधिकांश गांव 5 से 10 किमी भीनमाल से दूर है जबकि रानीवाड़ा मुख्यालय से काफी दूर है।