राज्य के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को वर्चुअल माध्यम से शिलान्यास करते हुए जालोर जिले को 163 करोड़ की लागत से 195 किलोमीटर सड़कों की सौगात दी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री गहलोत ने संबोधित करते हुए कहा कि सड़कों के कारण दूरस्थ क्षेत्रों तक जुडाव संभव हो पाता है साथ ही आवागमन सुगमता पूर्वक संभव हो पाता है, ऐसे में सभी संबंधित अधिकारी पूर्ण जिम्मेदारी के साथ सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता का पूर्ण ध्यान रखें। उन्होंने राज्य में 5 सितंबर से 20 अक्टूबर तक चलने वाले सड़क मरम्मत अभियान को अधिकारियों द्वारा पूरी कमांड के साथ चलाने और प्रभावी मॉनिटरिंग करने के निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण के समय गुणवत्ता का पूर्ण ध्यान रखा जाए।
इस अवसर पर सार्वजनिक निर्माण विभाग मंत्री श्री भजन लाल जाटव ने राज्य भर में विगत तीन वर्षों में विभाग के माध्यम से हुए विकास कार्यों के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि सड़कों का चौड़ाईकरण व सुदृढ़ीकरण हो जाने से आवागमन सुगम होगा जिससे आमजन को लाभ मिलेगा। वर्चुअल समारोह में प्रारंभ में लघु फिल्म के माध्यम से राज्य भर में हुए विकास कार्यों को प्रस्तुत किया।
–::जिले की इन सड़कों का हुआ शिलान्यास::–
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने वर्चुअल माध्यम से जालोर जिले की 4 सड़कों जिनमें 40 करोड़ लागत से 47.50 किलोमीटर लम्बी नरसाणा से डुंगरी वाया झाब-सिवाड़ा-चितलवाना सड़क, 52 करोड लागत से 68 किलोमीटर लम्बी भीनमाल-थोबाऊ-जैलातरा- भादरूणा-मालवाड़ा-मीठीबेरी सड़क, 46 करोड़ लागत से 46 किलोमीटर लम्बी बरलूट-सियाणा-आकोली-नून-बाकरा-रेवतड़ा सड़क तथा 25 करोड़ लागत से 33 किलोमीटर लंबी जालोर-रेवतड़ा-सायला-बागोड़ा सड़क के चौड़ाईकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य का शिलान्यास किया।
जिले में उक्त चार सड़कों के चौड़ाईकरण व सुदृढ़ीकरण से आवागमन सुगम होगी तथा आस-पास के क्षेत्रों से कनेक्टिवटी सुदृढ़ होंगी। नरसाणा से डुंगरी सड़क सांचौर विधानसभा क्षेत्र की महत्वपूर्ण सड़क है जो उपखण्ड मुख्यालय बागोड़ा व चितलवाना को जोड़ती है साथ ही यह सड़क 9 ग्राम पंचायत मुख्यालयों को भी जोड़ती है। इस सड़क के चौड़ाईकरण व सुदृढ़ीकरण से चितलवाना व बागोड़ा उपखण्ड के ग्रामीणों को जिला मुख्यालय जालोर जाने के लिए अतिसुगम मार्ग उपलब्ध होगा। भीनमाल से मीठीबेरी सड़क भीनमाल विधानसभा क्षेत्र की मुख्य सड़क है जो भीनमाल मुख्यालय को सांचौर तक जोड़ती है साथ ही 10 ग्राम पंचायतों को भी जोड़ती है इसके सुदृढ़ीकरण व चौडाईकरण से इन क्षेत्रों के निवासियों के लिए आवागमन सुगम होगा।
इसी प्रकार बरलूट-रेवतड़ा सड़क के निर्माण से सिरोही जिले से जालोर आने एवं सीधे नून (हवाई पट्टी) बाकरा-रेवतड़ा-सायला होते हुए बाडमेर जाने के लिए रास्ता सुगम होगा। जालोर-बागोड़ा सड़क के निर्माण से जालोर जिला मुख्यालय से सायला व बागोड़ा उपखण्ड मुख्यालयों पर आने-जाने वालों के लिए सुविधा रहेगी तथा इन क्षेत्रों से आने वाले उच्च अध्ययन व कृषि कार्यों के लिए इस मार्ग के चौड़ाईकरण हो जाने से समय व धन की बचत होगी।
5 सितम्बर से चलाया जाएगा रोड़ रिपेयर प्रोग्राम
सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा 5 सितम्बर से 20 अक्टूबर तक रोड़ रिपेयर प्रोग्राम चलाया जायेगा जिसके तहत जिले में कुल सड़कों की लम्बाई 5190 किमी में से 4662 किमी लम्बाई में सड़कों को दुरूस्त किया जाएगा।
सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता डी.आर.माधव ने बताया कि 5 सितम्बर से 20 अक्टूबर तक डीएलपी के अंतर्गत 245 सड़कों पर 940 किलोमीटर लम्बाई में एवं नॉन डीएलपी के अंतर्गत 819 सड़कों पर 3722 किलोमीटर लम्बाई में सड़कों को मिशन मोड में दुरूस्त किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि जालोर खण्ड में 45 सड़कों की 222.49 किमी, भीनमाल खण्ड में 103 सड़कों की 343.91 किमी एवं सांचौर खण्ड की 97 सड़कों की 373.39 किमी लम्बाई में एवं नॉन डीएलपी के अंतर्गत जालोर खण्ड में 340 सड़कों की 1502.58 किमी, भीनमाल खण्ड में 318 सड़कों की 1403.47 किमी एवं सांचौर खण्ड में 161 सड़कों की 816.48 किमी लम्बाई पर मिशन मोड में दुरूस्त किया जायेगा। जिले की 121 नॉन पेचेवल सड़कों की 522.23 किमी लम्बाइ्र पर विभिन्न योजनाओं में स्वीकृति पश्चात् नवीनीकरण का कार्य करवाया जायेगा।