भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी शाखा चितलवाना का 3 वर्षीय सम्मेलन का जगदीश पूनिया की अध्यक्षता में सिवाड़ा में संपन्न हुआ। चितलवाना शाखा के सचिव विरद सिंह चौहान ने बताया कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना 26 दिसंबर 1925 को हुई इसलिए सौ वी वर्षगांठ मनाई जा रही है।
अध्यक्ष पूनिया द्वारा पार्टी का झंडा रोहण किया गया। शाखा सचिव कामरेड विरद सिंह चौहान ने सभी साथियों का स्वागत करते हुए बताया कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने 100 वर्षों में मजदूरों एवं किसानों के लिए अनगिनत संघर्ष किये जिसमें विशेष 1969 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शासनकाल में बैंकों का राष्ट्रीयकरण, राजाओं के प्रीवियस खत्म किये बैंकों के राष्ट्रीयकरण से गरीबों मजदूरों और किसानों को ऋण मिलने लगे।
जिला सचिव कामरेड ईशराराम बिश्नोई ने बताया कि कम्युनिस्ट पार्टी ने हैदराबाद निजाम के खिलाफ शस्त्र उठाकर लड़ाई लड़ी और नवाब को आत्म समर्पण करने हेतु मजबूर किया। और भारत राज्य में शामिल हुआ जो तेलंगाना के संघर्ष के नाम से इतिहास में जाना जाता है।
कामरेड मकारम चौधरी ने बताया कि इंद्र कुमार गुजराल के शासनकाल में इंद्रजीत गुप्त गृहमंत्री और चतुरानंद मिश्र कृषि मंत्री बने और किसानों के लिए फसल बीमा लागू करवाया। बैठक में सांचौर जिला निरस्त करने पर भजनलाल सरकार की निंदा की गई। और गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का अपमान करने पर स्तीफे की मांग की।
सम्मेलन में पार्टी सदस्यों का नवीनीकरण एवं नए साथियों की उम्मीदवारी दी गई। बैठक में जिला सचिव कामरेड ईशराराम बिश्नोई, मकारम चौधरी चितलवाना, सचिव विरद सिंह चौहान, जगदीश पूनिया, प्रभु राम मेघवाल, मफाराम राणा, छोगाराम मेघवाल, हमीराराम मेघवाल, नेनाराम मेघवाल, वालाराम देवासी आदि कई पार्टी सदस्य उपस्थित रहे।