जोधपुर। ईदुल अजहा रविवार को अकीदत और एहतराम के साथ मनाई। ईद उल अजहा का पर्व अकीदत और एहतराम के साथ मनाया गया। सुबह साढ़े सात बजे जालोरी गेट स्थित ईदगाह में मुख्य नमाज अदा की। नमाजियों ने नमाज पढ़ी और अमन शांति की दुआ की। मुफ्ती ए आजम मौलाना शेर मोहम्मद खां ने ईद का त्योहार शांति, सद्भावना और पारंपरिक तरीके से मनाने की अपील की।
इधर पुलिस प्रशासन ने जालोरी गेट पर व्यवस्थाएं चाक चौबंद रखीं। पुलिस का भारी जाब्ता मौजूद था। जिला कलेक्टर व पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद थे। नमाज के दौरान आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत, विधायक मनीषा पंवार कांग्रेस जिलाध्यक्ष सहित अन्य मौजूद थे। शहर में बंबा, आखलिया चौराहा, बकरा मंडी, चौखा, उदयमंदिर, भदवासिया, कबीर नगर सहित विभिन्न क्षेत्रों में बकरों को बेचने के लिए मंडियां लगीं। बकरीद पर बकरा खरीदने की भीड़ भी रही।
बता दें कि गत 2 मई की रात जालोरी गेट पर झंडा लगाने को लेकर विवाद हुआ था। तीन मई की सुबह ईद की नमाज के बाद अनियंत्रित भीड़ को पुलिस कंट्रोल नहीं कर पाई। जिसकी वजह से कई अप्रिय घटनाएं हुईं। भीड़ ने भीतरी शहर में कई जगह उत्पात मचाया। शहर के 10 थानों में कर्फ्यू लगाना पड़ा था। बमुश्किल शांति कायम हुई थी। ऐसे में अब पुलिस व प्रशासन दोनों अतिरिक्त सावधानी बरती। ईद से पहले रुट मार्च किया। आज भी पुलिस जाब्ता मौजूद था। पुलिस ने पूरे चौराहे पर चाक चौबंद व्यवस्था कर रखी थी।
ईद उल अजहा या बकरीद इस्लाम धर्म का दूसरा सबसे बड़ा त्योहार है, जिसे मुस्लिम समुदाय के लोग पूरे जोश के साथ मनाते हैं। बकरीद इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार 12वें महीने में मनाया जाता है। ये रमजान का महीने खत्म होने के 70 दिन के बाद मनाया जाता है। इस दिन नमाज पढ़ने के बाद कुर्बानी दी जाती है। बकरीद के त्योहार को बकरीद, ईद कुर्बान, ईद-उल अजहा या कुर्बान बयारामी भी कहा जाता है।