रानीवाड़ा। डेयरी संघ में भर्ती के दौरान गंभीर अनियमितता बरतने के मामले में जोधपुर सरस डेयरी के प्रबंध निदेशक और रानीवाड़ा जयमूल डेयरी के कार्यवाहक प्रबंध निदेशक लालचंद बलई को निलम्बित कर दिया गया है। बलई पर सरस डेयरी भर्ती 2021 में गंभीर अनियमितता का आरोप लगाया गया है।
राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन यानि आरसीडीएफ की ओर से इस आशय का आदेश जारी किया गया है। फेडरेशन के कार्मिक और प्रशासन विभाग के महाप्रबंधक संतोष कुमार शर्मा की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि वर्ष 2021 में आरसीडीएफ की ओर से राजस्थान सहकारी भर्ती बोर्ड के माध्यम से डेयरी संघों में करीबन 400 पदों के लिए भर्ती की गयी थी।
इस भर्ती प्रक्रिया में लालचंद बलई पर नियुक्ति संबंधी पत्रावली को कूटरचित दस्तावेज के रूप में तैयार करने के बेहद गंभीर आरोप लगे थे, जिनकी विभागीय जांच विचाराधीन है। इसके दृष्टिगत जोधपुर जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यरत लाल चंद बलई को तुरंत प्रभाव से निलम्बित किया जाता है। निलम्बनकाल में बलई का मुख्यालय, श्रीगंगानगर जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड, हनुमानगढ़ में रहेगा। इस तरह, रानीवाड़ा डेयरी के एमडी पद से भी बलई निष्प्रभावी हो गए है।
बता देते है कि लालचंद बलई का मूल पद उप प्रबंधक (संयंत्र) है, जिन्हें आरसीडीएफ ने जोधपुर डेयरी में एमडी के पद पर लगा रखा था। बलई के पास जालौर-सिरोही दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड, यानि जसमूल डेयरी रानीवाड़ा के प्रबंध निदेशक पद का अतिरिक्त कार्यभार भी था।
जानकारी के अनुसार, 2021 में राजस्थान सहकारी भर्ती बोर्ड के माध्यम से डेयरी संघों में करीबन 400 पदों के लिए भर्ती की गई थी। बाडमेर निवासी पंकज भूतडा ने प्रबंध निदेशक पद के लिए आवेदन किया गया था। जिसमें कम से कम 10 साल का अनुभव अनिवाय था। जबकि, भूतडा के पास 9 साल का नीजि कंपनी में अनुभव था। भर्ती प्रक्रिया में 5 वरिष्ठ अधिकारियों की समिति ने इसे अस्वीकार कर दिया था। परन्तु बलई पर आरोप है कि उन्होंने व्हाईटनर का इस्तेमाल कर कागजातों में गडबडी कर ‘नही’ हो काटकर ‘हा’ कर दिया था। किसी प्रतिस्पर्दी की ओर से शिकायत करने पर जांच करने पर मामले का खुलासा हुआ। इसलिए उसे निलम्बित किया गया है।