रानीवाड़ा संघर्ष समिति की ओर से रानीवाड़ा तहसील को नवसृजित सांचौर जिले से अलग करने की मांग को लेकर आज 40वें दिन भी अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा। आज धरनार्थियों की ओर से राज्य सरकार पर अनदेखी के चलते अपने खून से पत्र लिखकर मुख्यमंत्री को भेजा। इस बारे में जानकारी मिलने पर एसडीएम भागीरथराम खुद धरनास्थल पहुंचकर ज्ञापन लिया। समझाईस कर धरने को समाप्त करने निवेदन किया।
एसडीएम ने कहा कि आपकी मांगों को लेकर रोजाना ज्ञापन मिल रहा है उसे एसडीएम प्रशासन रोजना राज्य सरकार को जिला कलक्टर के माध्यम से भेज रहा है। आपकी सभी मांगों को लेकर राज्य सरकार को पूरी जानकारी है। ऐसे में अब विरोध ना कर धरने को समाप्त किया जाय। धरनार्थियों ने एक बात ही कही कि जब तक रानीवाड़ा तहसील सांचौर से अलग नही होती तग तक धरना जारी रहेगा। अब क्रमिक अनशन शुरू करने का समय आने वाला है।
ठससे पहले ब्लॉक सीएमओ डॉ. बाबूलाल ने धरनार्थी मुकेश खंडेलवाल ने स्वास्थ्य जांचकर सही पाए जाने पर खून का इस्तेामल करने का कहा। बता देते है कि मुख्यमंत्री के नाम खून से लिखा गया पत्र रजिस्टर्ड डाक से आज जयपुर भेजा गया। थानाधिकारी मोहनलाल गर्ग ने धरनार्थियों को समझाने का प्रयास किया। परन्तु मांगे नही मानने तक धरना जारी रखने की बात कही गई।
किसान नेता सोमाराम चौधरी ने कहा कि रानीवाड़ा संघर्ष समिति का प्रतिनिधि मंडल पूर्व मंत्री अर्जुनसिंह देवड़ा और विधायक नारायणसिंह देवल के नेतृत्व में राजस्व मंत्री रामलाल जाट और मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव कुलदीप रांका से मिल कर आया है। आश्वासन मिलने के बावजूद अभी तक कोई कार्यवाही नही हुई है। ऐसे में रानीवाड़ा क्षेत्र के लोगों की सरकार के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है।
इस मौके सरपंच प्रदीप सिंह देवल, रमेश पुरोहित डूंगरी, लवजीराम पुरोहित, मसरु देवासी, छैलसिंह तावीदर, गणपत पुरोहित, डायालाल चौधरी, राधादेवी देवासी, भवराराम माली, भंवरलाल गोयल, छगनसिह देवल, रतनदेवी बड़गांव, बालाराम चौधरी, शेरदान चारण, छतराराम पुरोहित, रुडाराम माली, प्रताप माली, हेतल कुमारी, पर्बत सिंह, गणेश देवासी दहीपुर सहित कई जने मौजूद रहे।