जालोर जिला मुख्यालय पर भारतीय किसान संघ के आह्वान पर कई संगठनों के किसानों का बेमियादी महापडाव अभी भी जारी है। किसानों ने महापडाव के 16वें दिन 5 प्रकार के अनाज से एक कपडे पर जालोर मांगे जवाई में हक लिखा। जवाई बांध के पानी पर जालोर का हक तय करने, किसानों को बिमा क्लेम समय पर दिलाने की मांग को लेकर जालोर जिला कलेक्ट्रेट के सामने किसानों का महापडाव 16 दिन से जारी है।
भारतीय किसान संघ के सोमाराम चौधरी ने बताया- बुधवार को धरना स्थल पर किसानों ने एक कपडे पर पांच प्रकार के अनाज, मक्की, मूंग, गेहु, बाजरा व मोठ से जालोर मांगे जवाई में हक लिखा और सरकार के विरोध में नारेबाजी कर जवाई बांध के पानी पर जालोर का हक तय करने की मांग की।
चौधरी ने बताया- हमारे जालोर में यह सभी अनाज सर्वाधिक मात्रा में होता था। लेकिन जवाई बांध बनने के बाद जालोर सुखा ग्रस्त हो गया। और सभी अनाज की पैदा होना बंद हो गया है। जिससे जालोर में किसानों व जिले वासियों के खाने के इस अनाज पर संकट आ गया है। किसानों को घर का देशी अनाज नही मिल रहा है। जिससे सभी हाइब्रिड अनाज खाने को मजबूर हो रहे हैं।
किसान नेता विक्रमसिंह ने बताया- जालोर बहुत हरा-भरा जिला हुआ करता था। लेकिन जवाई बांध बनने के बाद सब्जियां, फल व अनाज पर संकट आ गया है। जालोर की मुख्य फसल का एक कपडे पर जालोर मांगे जवाई में हक का नाम लिख कर सरकार को संदेश दिया है।
कल किसानों के साथ महिलाएं करेंगी प्रदर्शन
जालोर में पानी की मांग को लेकर किसानों का महापडाव जारी है। गुरुवार को किसानों के साथ महिलाशक्ति भी करेगी बडा प्रदर्शन करेंगी। जिसको लेकर भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी जालोर, आहोर व सायला उपखण्ड के विभिन्न गांवों में पहुंच महिलाओं को महापडाव आने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।