रानीवाड़ा पंचायत समिति के वीसी हॉल में आज गुरूवार को संभागीय आयुक्त प्रतिभासिंह ने जन सुनवाई का आयोजन कर कई परिवादियों को हाथों हाथ संतुष्ट किया। इस दौरान पूर्व विधायक नारायणसिंह देवल, एडीएम चन्द्रशेखर भंडारी, उपखंड अधिकारी रमेशदेव, तहसीलदार रामलाल, विकास अधिकारी सुश्री हेमलता मौजूद रही।
संभागीय आयुक्त प्रतिभासिंह ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से त्रिस्तरीययययय जन सुनवाई के बावजूद इतने ज्यादा परिवाद आना सोचने वाली बात है। सभी परिवाद को गंभीरता और संवेदनशीलता से लेकर उसका समाधान करना होगा। यथासंभव समस्याओं को कम से कम समय में निस्तारित करे। सभी अधिकारी अगली जन सुनवाई में पिछली बैठक में प्राप्त परिवादों की कार्रवाई को साथ लाकर आए। उन्होंने पेयजल समस्याओं के समाधान में सबसे ज्यादा समय लिया।
सिंह ने कहा कि कोई भी समस्या आने के बाद अधिकतम तीन महिने में उसका समाधान जरूरी है। साथ ही, जिला और उपखंड स्तरीय सतर्कता समितियों की बैठक रेगुलर नही हो रही है। सभी विभागों की मासिक मिटींगें भी हर महिने होनी जरूरी है। ताकि, राज्य सरकार की तमाम योजनाओं का फायदा आमजन को आसानी से मिल सके।
सुनवाई के दौरान पूर्व विधायक नारायणसिंह देवल ने चाटवाडा से रानीवाड़ा खुर्द और गोलवाडा से जालेरा के बीच अधूरी सड़कों को लेकर और आवागमन में आ रही परेशानी को देखते हुए ठेकेदार के विरूद्ध कार्रवाई करने को कहा। नट बस्ती में पानी की समस्या को लेकर कहा कि कांग्रेस के लोगों के घर नल जोउ दिए और भाजपा वालों को छोड दिया। देवल ने कहा कि गांग में छगनाराम के खेत की बाड को बाढ बचाव में सुरक्षा दीवार के लिए ग्राम पंचातय फंड का इस्तेमाल करने की बात कही।
आयुक्त सिंह ने नट बस्ती मेें पानी की समस्या समाधान के लिए टैंकर शुरू करने के निर्देश दिए। पाल बिजली फिडर में बार बार ट्रीप होने की समस्या को सुधारने का कहा। कस्तुरबा गांधी आवासीय स्कूल में प्रिंसिपल के निवेदन पर ट्यूबवेल स्वीकृत कराने का विश्वास दिलाया। कस्बे की सरकारी हाई स्कूल में बास्केटबॉल ग्राउंड बनाने की मांग सामने आई।
सर्वाधिक समस्या पेयजल की सामने आई
रानीवाड़ा के 138 गांवों की पेयजल आपूर्ति के लिए बनी डीआर परियोजना के तहत जल जीवन योजना में धांधली सामने आई। हेमाराम विश्नोई ने बताया कि करवाड़ा और कोटड़ा सहित कई गांवों में जिन ढाणियों को पाइपलाइनों से जोड दिया है, वहा पेयजल की आपूर्ति नही हो रही है। सिंह ने गंभीरता से लेकर शीघ्र समाधान के निर्देश दिए। पीएचईडी का पूराना सिस्टम कोलेप्स हो गया है, जबकि जेजे मिशन के साथ पीएचईडी को जोडने से आउटपुट बेहतर आने का कहा। उन्होंने ईआर परियोजना के अधिकारी टंकियों के अधूरे होने की शिकायत की। उन्होंने सेवाडा से कोटडा और कुडा से करडा के बीच पाइपलाइनों पर अवैध कनेक्शन पर कार्रवाई करने की बात कही। अवैध कनेक्शन कर खेती करने वालों के खिलाफ पुलिस केस करने का निवेदन किया। हेमाराम ने बताया कि सिर्फ जुर्माना लगाकर छोडना गलत है। देवल ने भी धानोल, जाखडी और चाटवाडा में अवैध कनेक्शन की जानकारी दी। उन्होंने डीआर प्रोजेक्ट की 85 प्रतिशत प्रोग्रेस पर सवालिया निशान लगाया।
सांईजी की वेरी पर स्कूल वापिस शुरू होगी
रानीवाड़ा खुर्द के महेन्द्र सुथार ने सांईजी की वेरी की बरसों पहले बंद हो चुकी सरकारी प्राइमरी स्कूल को पुन शुरू करने को लेकर ज्ञापन दिया। आसुक्त प्रतिभासिंह ने सीबीईओ गजेन्द्र देवासी से इस विषय की जानकारी चाही। देवासी ने बताया कि बरसों पूर्व नामांकन में कमी के चलते स्कूल को बंद कर दिया गया था। अब बच्चों की तादात ज्यादा होने से 2022 को विभाग ने शिक्षा विभाग के निदेशक को पत्र लिख रखा है। प्रतिभासिंह ने मिटींग में ही निदेशक को मोबाइल से बात कर स्कूल को फिर से शुरू करने की बात कही। निदेशक ने भी शुरू करने को लेकर आश्वस्त किया।
पूर्व विधायक देवल ने जल जीवन योजना के अधिशाषी अभियंता को कहा कि सूरजवाडा गांव धोरे पर आया हुआ है। पूरी आबादी धोरे पर निवासी करती है। जबकि, जेजे मिशन के तहत स्वीकृत एसएलआर यानि पानी की टंकी धोरे की उंचाई से नीचे बनाई गई है। ऐसे में घरों के नलों में पानी की आपूर्ति कैसे संभव होगी। अधिकारियों ने मौके पर जाकर भौतिक हालात देखने की बात कही। आयुक्त ने भी इस मसले को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए।