भागवत कथा की पुरणाहुति एवं महाप्रसादी आज प्रदेशभर से करीब पच्चीस हजार लोग सम्मिलित होंगे
बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार देना जरूरी नशें से दुर रहें युवा- संत कृपाराम महाराज
रानीवाड़ा। निकटवर्ती डुंगरी गांव में वेलाणी पुरोहित परिवार द्वारा श्रद्धेय गुरूवर राजारामजी महाराज के सानिध्य में आयोजित विशाल श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन की कथा प्रारंभ करते हुए कथावाचक श्रद्धेय संत कृपाराम महाराज ने भगवान की अनेक लीलाओं में श्रेष्ठतम लीला रास लीला का वर्णन करते हुए बताया कि रास तो जीव का शिव के मिलन की कथा है। यह काम को बढ़ाने की नहीं काम पर विजय प्राप्त करने की कथा है।
इस कथा में कामदेव ने भगवान पर खुले मैदान में अपने पूर्व सामर्थ्य के साथ आक्रमण किया है लेकिन वह भगवान को पराजित नही कर पाया उसे ही परास्त होना पड़ा है रास लीला में जीव का शंका करना या काम को देखना ही पाप है गोपी गीत पर बोलते हुए कृपाराम महाराज ने कहा जब तब जीव में अभिमान आता है भगवान उनसे दूर हो जाता है लेकिन जब कोई भगवान को न पाकर विरह में होता है तो श्रीकृष्ण उस पर अनुग्रह करते है उसे दर्शन देते है।
भगवान श्रीकृष्ण के विवाह प्रसंग को सुनाते हुए बताया कि भगवान श्रीकृष्ण का प्रथम विवाह विदर्भ देश के राजा की पुत्री रुक्मणि के साथ संपन्न हुआ लेकिन रुक्मणि को श्रीकृष्ण द्वारा हरण कर विवाह किया गया। इस कथा में समझाया गया कि रुक्मणि स्वयं साक्षात लक्ष्मी है और वह नारायण से दूर रह ही नही सकती यदि जीव अपने धन अर्थात लक्ष्मी को भगवान के काम में लगाए तो ठीक नही तो फिर वह धन चोरी द्वारा, बीमारी द्वारा या अन्य मार्ग से हरण हो ही जाता है।
धन को परमार्थ में लगाना चाहिए और जब कोई लक्ष्मी नारायण को पूजता है या उनकी सेवा करता है तो उन्हें भगवान की कृपा स्वत ही प्राप्त हो जाती है। श्रीकृष्ण भगवान व रुक्मणि के अतिरिक्त अन्य विवाहों का भी वर्णन किया गया। कथा के छठे दिन कथा स्थल पर महिलाओं पुरुषों सहित श्रद्धालुओं का भारी हुजूम देखने को मिला। करीब पन्द्रह हजार श्रद्धालुओं ने श्रीमद भागवत कथा में संत कृपाराम महाराज को सुना।
रानीवाड़ा सहित समुचे मारवाड़ में संत कृपाराम महाराज का जबरजस्त क्रेज है यही वजह है कि इनकी कथा में भारी भीड़ उमड़ती है। समाजसेवी अमृत पुरोहित ने बताया की आज श्रीमद् भागवत कथा की पुरणाहुति है। एवं महाप्रसादी का आयोजन है। उन्होंने बताया की आज कथा के पुरणाहुति के दिन रात्रि में आयोजित विशाल भजन संध्या में राजस्थान के खयातिनाम भजन कलाकार श्याम पालीवाल एवं भजन गायक जोगभारती के द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी।
कथा के छठे दिन जालोर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भुपेंद्र सिंह राठौड़, भीनमाल पुलिस उपअधीक्षक अन्नराज सिंह राजपुरोहित, मुंबई से डॉ संतोष पांडे, संदीप भाई सहित कई उधोगपति व हीराराम पुरोहित, नरपत के पुरोहित, अशोक पुरोहित सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।