उनकी पुण्यतिथि में आज रक्तदान शिविर का आयोजन, रक्तदान के लिए लगी लंबी कतारें, उनके पुत्र नरेन्द्र कुमार ने दिया संबोधन
रानीवाड़ा। उपखंड क्षेत्र की सबसे बड़ी नीजि कॉलेज के रूप में श्री रघुनाथ बिश्नोई मेमोरियल कॉलेज इन दिनों कई समाजोपयोगी कार्यो को लेकर चर्चा में है। महाविद्यालय में आयोजित हो रहे राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के छठे दिन स्वयंसेवकों द्वारा स्वर्गीय श्री रघुनाथ बिश्नोई की पुण्यतिथि पर रक्तदान प्रोग्राम का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय के प्रेरणा स्त्रोत पूर्व मंत्री स्वर्गीय रघुनाथ बिश्नोई की 35वीं पुण्यतिथि के अवसर पर महाविद्यालय संरक्षक नरेन्द्र कुमार बिश्नोई, शारदा देवी, निदेशक डॉ.रोहित बिश्नोई, उषा बिश्नोई, सचिव डॉ. भागीरथ बिश्नोई, प्राचार्य सत्येन्द्र कुमार उब्बा के सानिध्य में स्वर्गीय रघुनाथ बिश्नोई की प्रतिमा पर श्रृद्धासुमन अर्पित किये और दो मिनट का मौन धारण कर याद किया गया।
स्वर्गीय रघुनाथ बिश्नोई की पुण्यतिथि पर विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन नाहर अस्पताल भीनमाल संयुक्त तत्वाधान में कर पुण्य आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। संरक्षक नरेन्द्र कुमार बिश्नोई ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि रक्तदान महादान होता है। यह मानवता के लिए एक यज्ञ है और इसकी आहुति अनमोल है। धीरे-धीरे लोग इसका महत्व समझने लगे हैं और रक्तदान के प्रति जागरूकता का माहौल भी देखने को मिल रहा है। फिर भी बहुत सारे लोग है जिनको अभी अभी रक्तदान करने से डर लगता हैं, तो हमारा कृतव्य हैं कि हम उन्हें जागरूक करे।
सरनाऊ पंचायत समिति सदस्या सांवरीदेवी के पति परसराम ढाका निवासी भाटीप ने कहा कि युवा और स्वस्थ व्यक्ति के लिए रक्तदान करने से कोई नुकसान नहीं है लेकिन बीमार के लिए रक्तदान नए जीवन की आशा है। इसलिए उसके जीवन को वापस देने के लिए रक्तदान अवश्य करें। आज का रक्तदाता कल के लिए रक्त प्राप्त कर्ता भी हो सकता है इसलिए रक्तदान जरूर करे। हमको यह भावना जन-जन तक पहुंचानी चाहिए कि रक्तदान महादान है। इससे लाखों लोगो की जिंदगी बच सकती है।
निदेशक डॉ. रोहित बिश्नोई ने स्वयंसेवकों को श्रमदान के जरिये सामाजिक कार्याे को सहजता से करने का आहवान किया। सचिव डॉ. भागीरथ बिश्नोई ने पूर्वमंत्री रघुनाथ बिश्नोई के विभिन्न सामाजिक कार्यों एवं योगदान को विस्तार से बखान किया। राजकीय महाविद्यालय रानीवाडा दिनेश बिश्नोई, सुन्धामाता ईस्टिट्यूट फॉर हायर स्टडीज, राजपुरा के प्राचार्य नरपत दान चारण एवं नगरपालिका पार्षद देवाराम प्रजापत ने भी रक्तदान किया।
नाहर अस्पताल भीनमाल के रक्तदान शिविर के प्रभारी डॉ. पूरण सिंह ने रक्तदान करने के लिए योग्य व्यक्ति के नियम बताएं और कहा कि रक्तदान करने वाले व्यक्ति को स्वस्थ व नशामुक्त होना अतिआवश्यक हैं। रक्तदान के लिए न्यूनतम 45 किलो वजन और 18 वर्ष उम्र होनी चाहिए। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों एवं विद्यार्थियों ने उत्साह के साथ रक्तदान किया।
अंत में नाहर अस्पताल द्वारा महाविद्यालय प्रशासन को धन्यवाद किया गया। प्राचार्य डॉ. एस.के. उब्बा ने राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि महाविद्यालय स्वर्गीय रघुनाथ बिश्नोई के राजस्थान के पिछड़े क्षेत्र में उच्च शिक्षा की अलख जगाने उनका सपना साकार कर रहा हैं। प्राचार्य ने बताया कि महाविद्यालय में दिनांक 24. 12.2024 को प्रातः 11 बजे से वार्षिक उत्सव का आयोजन होगा। वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में सांस्कृतिक गतिविधियों में संगीत, नृत्य एवं सत्र 2024 में प्रथम, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा।
इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी भंवराराम गर्ग व सतीश कुमार, उपप्राचार्य डॉ. मछाराम सोलंकी, सहायक आचार्य डॉ. विश्राम मीणा, डॉ. गणपतराम वाघेला, डॉ. मुश्ताक खान सोर्या, नेनाराम सीरवी, कौशल्या उब्बा, ममता पंचाल, महेन्द्र गिरी, जसपाल राणा, प्रकाश कुमार, हितेश जीनगर, अशोक महान, सुरेश कुमार एवं सहित समस्त स्वयंसेवक उपस्थित रहें।