बैंगलुर से चैन्नई राष्ट्रमार्ग पर तमिलनाडू प्रदेश में स्थित कृष्णगिरी स्थित पार्श्वपद्मावती शक्तिपीठ प्रांगण में बुधवार को गुरु पूर्णिमा महोत्सव का वृहद स्तर पर आयोजन हुआ। गुरु पूर्णिमा की रात खुले मैदान में रात्रि 8 बजे से चंद्रनाड़ी को जगाने के लिए 540 मंत्रों से शक्तिपात का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें बड़ी तादात में 25 राज्यों के हजारों भक्तों ने शिरकत कर धर्मलाभ लिया।
शक्ति पीठ के प्रमुख डॉ. वसंत विजय ने यह जानकारी देकर बताया कि दोपहर सूर्य नाड़ी को जागृत करने के लिए सूर्य रोशनी में 108 दुर्लभ दिव्य औषधियों से मंत्र स्नान का कार्यक्रम किया गया। बाद में दोपहर के भोजन के पश्चात 21 विद्वान पंडित नवग्रह दोष निवारण एवं देवी कृपा प्राप्ति सिद्ध यज्ञ विधान करवाया गया। जो अपराह्न तीन से शाम पांच बजे तक चला। शाम के भोजन के बाद संध्याकाल में खुले मैदान में चंद्रमा की शीतल रोशनी में बैठकर श्रद्धालु 540 सिद्ध शक्ति मंत्रों से शक्तिपात का लाभ प्राप्त किया। देर रात तक चले इस समारोह में कई प्रसिद्ध कलाकार, संगीतकार सहित अनेक लोगों ने भाग लिया।
डॉ. वसंत विजय ने बताया कि राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की बारह फीट ऊंची फल व सब्जियों से बनी एक प्रतिकृति का निर्माण कर परिसर में रखी गई। इसका मकसद फल और सब्जी के आहार से मनुष्य जन्म सफल बनाने और शाकाहार को बढ़ावा देना है।
डॉ. वसंत विजय के भक्त सज्जनसिंह राव ने जानकारी देते हुए बताया कि गुरूदेव ने शाकाहार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की गई। उन्होंने बताया कि फल-सब्जियों से स्वतंत्रता सेनानियों, विभिन्न क्षेत्रों की महान हस्तियों प्रतिकृति बनाकर प्रदर्शनी के रूप में पेश की गई। जिसको भक्तों ने खूब सराहा है। तथा उन प्रतिकृतियों के साथ उन्होंने फोटो खिंचवाए।