गुजरात के राजकोट जिले से ताजी खबर आ रही है। सरकारी कॉलेज की मशीनरी से भाजपा काम निकलवा रही है। कॉलेज में स्टूडेंट्स को पढ़ाई के लेक्चर की जगह ऑनलाइन मोबाइल से सदस्यता ज्वाइन करवाकर टारगेट पूरा करवाने का मामला सामने आ रहा है। समाचार के मीडिया में आने के बाद संबधित विधायक की हालत खराब है।
बता देते है की इन दिनों राष्ट्र भर में राष्ट्रवादी सियासी पार्टी भाजपा ने ऑनलाइन डिजिटल तरीके से मेंबरशिप मिशन छेड़ रखा है। सभी नेताओ को टारगेट दे रखा है। येन केन प्रकारेन टारगेट को पूरा करने का उपर से प्रेसर है।
राजकोट जिले के टंकारा विधानसभा क्षेत्र का मामला है। भाजपा विधायक दुरहबजी देथरिया पदधारी के कविश्री दाद गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के छात्रों को भाजपा का सदस्य बना रहे थे। प्राचार्य नीलाबेन ठाकर ने नियमों के विरुद्ध सभागार में भाजपा विधायक के लिए भाजपा सदस्यता अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया। सरकारी दफ्तरों में राजनीतिक प्रचार नहीं किया जा सकता, लेकिन इस सरकारी कॉलेज में छात्रों को भाजपा का सदस्य बनाने का कार्यक्रम होना था, इसलिए मीडिया की टीम कॉलेज पहुंची और सभागार में छात्रों के साथ बैठी।
सभागार के मंच पर प्राचार्य एवं विधायक दुरहबजी देथरिया के साथ मंडल भाजपा के नेता बैठे थे। दुर्हबजी देथरिया ने विद्यार्थियों से भाजपा का सदस्य बनने को कहा। जैसे ही उन्होंने व्याख्यान समाप्त किया, भाजपा के आईटी सेल ने सभी छात्रों से अपने मोबाइल फोन निकालने और निर्देशानुसार विवरण भरने को कहा। रेफरल के तौर पर विधायक का नंबर देने का बार-बार अपील की गई। बीजेपी का सदस्य बनाने वाले व्यक्ति को अपना रेफरल नंबर देना होता है इसलिए इस कार्यक्रम में बार-बार विधायक के मोबाइल नंबर को रेफरल कोड के रूप में घोषित किए गए। ताकि इस सदस्य की संख्या उसके द्वारा की गई मानी जा सके।
बता देते है की राज्य सेवा आचरण नियम, 1971 में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सरकारी कर्मचारी और अधिकारी किसी भी राजनीतिक दल में शामिल नहीं हो सकते या उसके लिए प्रचार नहीं कर सकते। बावजूद इसके, पदधारी सरकारी कॉलेज की प्रिंसिपल नीलाबेन ठाकरे ने विधायक के लिए छात्रों को सोमवार सुबह 10 बजे सभागार में इकट्ठा होने का निर्देश दिया। छात्रों को मोबाइल फोन लाने का भी निर्देश दिया गया।
इस अधिसूचना के बाद स्थानीय मीडिया टीम को जानकारी मिली कि विधायक देथरिया अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए सरकारी परिसर में अवैध सदस्यता दर्ज कराने जा रहे हैं। इसलिए कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान स्टिंग ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया। सबसे बड़ी बात, सभागार में प्रवेश पाने के लिए कॉलेज के कर्मचारियों को भाजपा कार्यकर्ता के रूप में पहचान करवाकर रणनीति तय की गई।
कार्यक्रम शुरू हुआ और भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब छात्र सदस्यता बनाने आए तो वे कॉलेज स्टाफ के रूप में उनकी मदद कर रहे थे। पूरी घटना की रिकार्डिंग कर साक्ष्य भी हासिल किए गए, विधायक जब कॉलेज से बाहर निकले तो उनके साथ खड़े होकर मीडिया टीम ने फोटो भी ली।