जालोर। संयुक्त राष्ट्र द्वारा भूमि संरक्षण के सर्वोच्च सम्मान ‘लैंड फॉर लाइफ अवार्ड’ से सम्मानित प्रोफेसर श्याम सुंदर ज्याणी श्री गुरु जसनाथजी महाराज की पर्यावरण शिक्षाओं को जन -जन तक पहुँचाने व उनके अवतरण स्थल डाबला तालाब को पर्यावरण का तीर्थ बनाने हेतु ‘देव जसनाथ परिवारिक वानिकी यात्रा’ के तहत कल सुबह जालौर जिले के बागोड़ा तहसील के जाणियों की ढाणी गांव स्थित जसनाथ आश्रम पहुंच रहे हैं। प्रोफेसर ज्याणी ने यह यात्रा 5 जून को पर्यावरण दिवस के अवसर पर शुरू की थी जिसके तहत वे बीकानेर, चुरू, नागौर, जोधपुर, बाड़मेर जिलों से होते हुए कल दिनांक 19-6-2022 को जालौर जिले के जाणियों की ढाणी पहुंच रहे हैं।
डूंगर कॉलेज बीकानेर में समाजशास्त्र के प्रोफेसर श्यामसुंदर ज्याणी ‘पारिवारिक वानिकी’ अवधारणा को लेकर कई वर्षों से पर्यावरण संरक्षण के कामों में लगे हुए हैं और हाल ही इन्हें दुनिया के प्रतिष्ठित और संयुक्त राष्ट्र संघ के भूमि संरक्षण से सम्बंधित सबसे बड़े पुरस्कार ‘लैंड फ़ॉर लाइफ अवार्ड’ से सम्मानित किया गया था जो पूरे देश के लिए गौरव का विषय है। इनके अलावा प्रोफेसर ज्याणी राष्ट्रपति द्वारा तथा दूसरे तमाम महत्वपूर्ण सम्मानों से नवाजे जा चुके हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए श्री ज्याणी के प्रयासों व कदमों को दुनियाभर के मीडिया संस्थानों ने सराहा है और इनके बारे में लिखा है। खुद ज्याणी भी दुनिया के नामी अखबारों के लिए लिखते रहे है। उन्हें राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पर्यावरण को लेकर सम्बोधन हेतु आमंत्रित किया जाता रहा है। श्री ज्याणी के पर्यावरण को लेकर देसी व बेहद सफल प्रयासों ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बेहद उल्लेखनीय सफलताएं हासिल की है।
प्रो श्यामसुंदर ज्यांणी जी ने 5 जून 2022 को भगवान श्री जसनाथजी की जन्मभूमि, डाबला तालाब धीरेरां, तहसील लूणकरणसर, बीकानेर से ‘देव जसनाथ पारिवारिक वानिकी यात्रा’ शुरू की है। जिसका प्रमुख उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण व देवभूमि डाबला तालाब को पर्यावरण का विश्व स्तरीय तीर्थ बनाना है। प्रदेश के कई गांवों से गुजरती हुई यह यात्रा 19 जून रविवार को जालौर जिले में प्रवेश करेगी और सुबह 10:00 बजे श्री जसनाथ जी महाराज आश्रम जाणियों की ढाणी पहुंचेगी।
जसनाथ जी महाराज आश्रम जाणियों की ढाणी से जुड़े श्री दुर्गाराम ज्याणी ने सभी अनुयायियों, पर्यावरण प्रेमियों, धर्म प्रेमियों व 36 कौम, समस्त ग्राम वासियों से आग्रह किया कि जसनाथ जी महाराज आश्रम जाणियों की ढाणी में पधारकर देव जसनाथ परिवारिक वानिकी यात्रा का स्वागत सत्कार सम्मान कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लें और तन मन धन से सहयोग कर देव जसनाथ परिवारिक वानिकी यात्रा को सफल बनावे एवं देवभूमि डाबला तालाब को विश्वस्तरीय पर्यावरण का तीर्थ स्थल बनाने में सहयोग कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। इस यात्रा का मकसद आमजन को गोचर, ओरण, देसी वनस्पति, स्थानीय वन्यजीवों का संरक्षण भी है।