गुजरात के धानेरा तालुका को थराद तालुका में शामिल करने का आंदोलन बडे क्षेत्र में फैल गया है। फिर धानेरा तालुका के अनापुर छोटा और वाछोल गांवों में ग्रामीण धरना और विरोध करने की चेतावनी दे रहे है। वे थराद न जाएं, बल्कि बनासकांठा में ही रहना चाहते हैं।
धानेरा को बनासकांठा में बनाए रखने के लिए रवि और सोमवार को धानेरा तालुका के अनापुर छोटा और वाछोल गांवों में ग्रामीणों ने धरना दिया। जिसमें स्थानीय ग्रामीण नेता शामिल हुए। उन्होंने कहा कि हमें बनासकांठा में रहना है। वाछोल थराद से लगभग 90 कि.मी. है। जबकि पालनपुर 60 किमी दूर है और हमारे सभी शैक्षिक, धर्मनिरपेक्ष, सामाजिक और व्यावहारिक कार्य बनासकांठा से जुड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा कि थराद पहुँचने के लिए हमें तीन बार बस बदलनी पड़ती है। जबकि पालनपुर जाने के लिए हमारे पास वाहन की सीधी व्यवस्था है। बसें नियमित रूप से उपलब्ध हैं, बसें बदलने की कोई आवश्यकता नहीं है। भौगोलिक दृष्टि से भी हम पालनपुर से जुड़े हुए हैं।
हम बनासकांठा में मानसिक रूप से भी जुड़े हुए हैं। इसलिए हमें बनासकांठा में ही रहना दे। समय आने पर हम उसके लिए आंदोलन करेंगे लेकिन हमें बनासकांठा में ही रखा जाए।