भीनमाल। गौवंश में फैली लंपी स्किन बीमारी की रोकथाम, ईलाज व दवाईयो के लिए दानदाताओ, भामाशाहो, ट्रस्टो व गोभक्तों द्वारा तन, मन व धन से सहयोग किया जा रहा है। उपखंड क्षेत्र में लंपी बीमारी की रोकथाम के लिए श्री गोपाल कृष्ण गौशाला के धन्वन्तरी विभाग द्वारा स्थानीय रिको क्षेत्र में केंयर सेंटर खोलकर गोवंश का ईलाज किया जा रहा है। जिसमें करीब ३०-४० कार्यकर्ताओ की ओर से गौंवश का ईलाज किया जा रहा है। उपखंड क्षेत्र में बीमार गौंवश को एंबलुेस की सहायता से केंयर सेंटर में लाकर ईलाज किया जा रहा है। शिविर प्रभारी हरीश राजपुरोहित ने बताया कि शिविर में २ डॉक्टर, १० कंपाउंडर व ३० से ४० गोभक्तों की ओर से गौवंश का ईलाज किया जा रहा है। जिसमें अब तक करीब २५० से अधिक गायो का उपचार किया गया है। नगर सहित उपखंड क्षेत्र के गांवो से बीमार गौवंश को लाने के लिए ५ एंबुलेंस लगी हुई है।
एसडीएम ने केंयर सेंटर का निरीक्षण किया
उपखंड अधिकारी जवाहरराम चौधरी ने रिको स्थित गौशाला मय केयर सेंटर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओ व निजी स्तर पर सफल ईलाज का जायजा लिया। एसडीएम ने गौशाला व केयर सेंटर में विभिन्न धार्मिक, सामाजिक व स्वयंसेवी संगठनो से जुड़े करीब तीन दर्जन अधिक गौभ1तो द्वारा सरकारी सहयोग के अभाव में दिन रात तन, मन व धन से गौवंश का ईलाज व सेवा कार्य से प्रभावित होकर सराहना की।
एक-एक गौवंश को पकडक़र सेवा कर रहे गौभक्त
गौंवंदन ग्रुप भीनमाल व कोडि़टा द्वारा गांवो में बीमार गौवंश का ईलाज कर एक-एक गौंवश को पकडक़र उसका ईलाज किया जा रहा है। वही गायो को आरोग्य लड्डू बनाकर खिलाएं जा रहे है। गौवंदन ग्रुप के सदस्य हितेशसिंह राव ने बताया कि ग्रुप के सदस्यो द्वारा भीनमाल नगर, जसंवतपुरा मार्ग, श्याम नगर, आरटीओ ऑफिस, कोडि़टा, गजीपुरा व मणधर में घर-घर जाकर बीमार गौवंश का आरोग्य लड्डू खिलाकर गायो का ईलाज किया जा रहा है।
ग्रुप के सदस्य हड़मतसिंह ने बताया कि आरोग्य लड्डू में आयरन टॉनिक, तुलसी जॉली,गिलोय रस, एलोवरा, गोंद, अजवामन दीपक, गुड़, सरसो तेल, गेहू के ज्वारे का रस, सवा, मैथी, देशी चणा, वरियाली, बाजरी भरड़ा, तिल, काली जीरी, काली मिर्च, ओला लड्डू, मिश्री, खोपरा बुरा, लापसी, हल्दी, घी व देशी शक्कर को मिलाकर लड्ड बनाएं जा रहे है। टीम द्वारा लड्डू बनाकर एक-एक गौंवश को खिलाएं जा रहा है।
वही गौवंश का ईलाज भी किया जा रहा है। डॉ विरमाराम व डॉ नरेन्द्रसिंह राजपुत के नेतृत्व में सुभाष मांजू, राजेश विश्रोई, हितेशसिंह राव, सुभाष ढाका, अनिल विश्रोई, भरत चौधरी, हेप्पीसिंह, जितुसिंह देवल, जयेश त्रिवेदी, मनीष विश्रोई, कुंदन विश्रोई, कुलदीप राठी, भुताराम पुरोहित, हड़मतसिंह राव, निकुलसिंह राव, श्रवणसिंह राव, यशपाल भारती, राजू सियाग भालणी व हितेश भारती के नेतृत्व में गौंवदन ग्रुप की टीम बनाकर शहर व गांवो में बीमार गौंवश को पकडक़र उसका ईलाज व लड्डू खिलाए जा रहे है।