माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जारी किए आदेश, ग्राम पंचायत और ग्रामवासियों के प्रयास हुए कामयाब
रानीवाड़ा उपखंड का नालंदा नाम से मशहूर मालवाड़ा कस्बे में सरकारी हाई स्कूल का निर्माण सेठ उमाजी ओखाजी परिवार की ओर से करवाया गया था। इस स्कूल में पढ़ने वाले आज भी केन्द्र और राज्य सरकार में उच्च पदासीन है। इस स्कूल का नाम राज्य सरकार के शाला दर्पण में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के नाम से दर्ज है। जबकि, बोलचाल और बरसों से इस सेठ उमाजी ओखाजी हाई स्कूल की नाम से पहचाना जाता है। दानदाता परिवार का नाम जुड़वाने को लेकर मालवाड़ा के ग्रामीणों सहित ग्राम पंचायत की ओर से प्रयास किए गए।
समाजसेवी मुकेश खंडेलवाल ने सर्कल न्यूज को जानकारी देते हुए बताया कि मालवाड़ा में रियासतकाल से दानदाता परिवार सेठ उमाजी ओखाजी जैन की ओर स्कूल, अस्पताल, धर्मशाला सहित कई अन्य जनोपयोगी कार्य करवाए गए। मारवाड़ नरेश ने दानदाता परिवार को सोना बक्शा है। लिहाजा, जालोर, सिरोही, बाडमेर से होनहार लड़के यहा पढाई के लिए आते थे। अभी तक इस स्कूल का नाम शाला दर्पण में राउमावि के नाम से था। परन्तु दानदाता की यादे अमर करने को लेकर ग्रामवासी और ग्राम पंचायत ने प्रयास कर नाम जुडवाने के लिए राज्य सरकार को निवेदन किया।
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी गजेन्द्र देवासी ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा विभाग बीकानेर के निदेशक आशीष मोदी ने 28 नवंबर 2024 शाम 4 बजे परिपत्र जारी कर अब मालवाड़ा की इस स्कूल का नाम राजकीय उमाजी ओखाजी उच्च माध्मिक विद्यालय मालवाड़ा आर करने के निर्देश जारी किए है। उन्होंने एनआईसी को शाला दर्पण बेवसाईट पर स्कूल के नाम को अपडेट करने के निर्देश दिए है।