भारतीय जनता पार्टी की लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर जालोर सिरोही लोकसभा क्षेत्र क्रमांक 18 से लुंबाराम चौधरी पुत्र भुदाराम चौधरी को पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाकर चुनावी रण क्षेत्र में उतार दिया है। लुंबाराम चौधरी काफी लाइमलाइट की छवि के नेता माने जाते हैं। उनका जन्म 16 सितंबर 1964 में हुआ था और माध्यमिक तक उन्होंने तालीम हासिल की हुई है। सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी ने जालौर सिरोही से जो उम्मीदवार बनाया है वह 1982 में बूथ प्रभारी रह चुका है और 1995 में ग्राम पंचायत वाडेली का वार्डपंच भी रह चुका है। वर्तमान में जिला परिषद के सदस्य के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। तो वार्डपंच से संभावित सांसद बनने के सफर पर आज चर्चा करेंगे।
हम उनके व्यक्तित्व और राजनीतिक क्षेत्र में उपलब्धियां जो उन्होंने हासिल की है, उसके बारे में संक्षिप्त में आपको जानकारी देने जा रहे हैं। तो बता देते हैं कि लुंबाराम चौधरी 1982 से 1990 तक मीरपुर गांव में बूथ प्रभारी कार्यकर्ता के रूप में अपना केरियर शुरू किया था, बाद में 1984 और 94 के बीच में सेक्टर प्रभारी कृष्णगंज के बने और 1994 से 97 के बीच में भारतीय किसान मोर्चा देहात मंडल सिरोही के अध्यक्ष रहे। 1997 से 2001 तक भाजपा देहात मंडल सिरोही के उपाध्यक्ष रहे। 2000 से 2001 के बीच में बाहर भाजपा किसान मोर्चा सिरोही की जिला महामंत्री बने। 2001 से 05 के बीच में भाजपा देहात मंडल सिरोही के अध्यक्ष भी रहे। 2012 से 13 तक भाजपा जिला सिरोही के जिला महामंत्री, 2013 से 14 के बीच में भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, 2014 से 2016 के बीच में भाजपा जिला अध्यक्ष सिरोही और बाद में 2016 से 2019 के बीच में दोबारा निर्विरोध जिला अध्यक्ष भाजपा सिरोही निर्वाचित हुए।
चौधरी 2019 से अभी तक वह प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भी के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। अब निर्वाचन के बारे में बताऐंगे। लुंबाराम 1991 से 94 के बीच में वाडेली ग्राम दानी के कार्यकारी सदस्य रहे, 1994 से 95 के बीच में ग्रामदानी गांव बाड़ेली के अध्यक्ष रहे जो 2000 तक रहे। फिर 1995 से 2000 के बीच में वार्ड पंच, 2000 से 2005 के बीच में वार्ड संख्या 8 से तेलपिखरा गांव से वार्डपंच और 2005 से 2010 के बीच में पंचायत समिति सदस्य यानी डेलीगेट निर्वाचित चुने गए। 2005 से 2010 के बीच में पंचायत समिति सिरोही के प्रधान निर्वाचित हुए। 2020 के बाद आज तक जिला परिषद सदस्य है।
जिला परिषद संघर्ष समिति जिला परिषद सिरोही के लिए अध्यक्ष भी रहे। लुंबाराम सामाजिक सेवा क्षेत्र में भी काफी अहम स्थान रखते हैं। आंजना चौधरी समाज जिला सिरोही के दो बार जिलाअध्यक्ष रहे, अखिल भारतीय आंजना महासभा नई दिल्ली के सह कोषाध्यक्ष रहे, अंजनी माता ट्रस्ट सेंडा पाली के उपाध्यक्ष, आंजना समाज सेवा समिति कालंद्री के अध्यक्ष, अखिल भारतीय आंजना महासभा शिक्षा समिति के उपाध्यक्ष, संरतानपुरा हनुमान जी मंदिर 7 गांव ट्रस्ट वेलांगरी के उपाध्यक्ष भी रहे। चौधरी ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में संगठन के आदेशों के अनुसार काफी काम किया है।
इन्होंने गुजरात में सर्वाधिक काम किया, तमिलनाडु तक इन्होंने विधानसभा में संगठन में काम किया है। इन्होंने गुजरात के दाता चुनाव जिला प्रभारी में प्रभारी के रूप में काम किया। लोकसभा उपचुनाव में बनासकांठा में 25 दिन तक प्रभारी रहे और हरि भाई को जिताया। विधानसभा चुनाव 2012 में पालनपुर विधानसभा के प्रभारी रहे। विधानसभा चुनाव 2014 में मुंबई के 15 दिन प्रभारी रहे। विधानसभा चुनाव 2009 में मुंबई के कालबादेवी विधानसभा में कार्य किया और भाजपा प्रत्याशी राज के पुरोहित को जिताया। चेन्नई में विधानसभा चुनाव 2016 में प्रवासियों की विधानसभा अनुसार बैठकर ली। विधानसभा उपचुनाव 2014 में कोटा सीट पर 15 दिन काम किया। विधानसभा चुनाव 2019 में गोरेगांव मुंबई दो माह प्रभारी के रूप में काम किया। पालनपुर विधानसभा के प्रभारी के रूप में 2022 से संगठन के आदेशों के अनुसार तीन माह किया। विधानसभा चुनाव 2023 में सुमेरपुर विधानसभा प्रभारी के रूप में संगठन का काम किया। विधानसभा चुनाव 2023 में सिरोही स्थानीय विधानसभा में संगठन के रूप में मुख्य निर्वाचन अभिकर्ता के रूप में काम किया। देवासी को 35805 वोटो से जितवाया।
इसके अलावा लुंबाराम चौधरी ने लालकृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा 1990 में जिला सिरोही में पिंडवाड़ा में स्वागत सभा में सिरोही तहसील प्रभारी के रूप में अहम भूमिका का काम किया। जो यादगार और ऐतिहासिक रहेगा। इसके अलावा 2023 में भी काफी काम किया, परिवर्तन यात्रा 2003 में काम किया। स्वराज संकल्प यात्रा 2013 में काम किया। राजस्थान गौरव यात्रा 2018 में काम किया। अपना पूरा जीवन इन्होंने भाजपा की सेवा में लगा दिया है। उनकी उपलब्धियां को देखे तो ऐसा ही महसूस किया जा सकता है राजनीतिक उपलब्धियां भी उनके हिस्से में काफी रही। राजकीय सम्मान भी इनको काफी मिल चुका है। पंचायत समिति सिरोही प्रधान रहे थे 2007 में, जब विकास कार्य में संपूर्ण राजस्थान में प्रथम स्थान हासिल किया और सर्वश्रेष्ठ प्रधान का पुरस्कार प्रदेश स्तरीय समारोह में तत्कालीन मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव द्वारा 15 अगस्त 2007 को हासिल किया।
इसके अलावा भी राष्ट्रीय साक्षरता कार्यक्रम, कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य भी किया है। उन्नत कृषि कार्य हेतु राज्य सरकार के भ्रमण दल में शामिल होकर इजराइल देश की यात्रा की और उस जानकारी को गांव-गांव घूम कर क्षेत्र के निवासियों को नवीन तकनीक से कृषि कार्य करने के लिए जानकारी का प्रचार प्रचार किया। इसके अलावा काफी काम है, लिस्ट इतनी लंबी लिस्ट है हम आपको बता ही नहीं सकते। बाकी यह बात पक्की है कि भाजपा संगठन ग्राउंड लेवल तक इतना एक्टिव है कि ऐसी कार्यकर्ताओं को ढूंढ के लाने में सफलता मिलीती है। प्रतिभाएं भारत के गांव में निवास करती है और ऐसी प्रतिभा लुंबाराम चौधरी के रूप में निकल रही है। उनकी तलाश और तरासने का काम अभी दिल्ली लेवल पर शुरू किया गया है जो की सराहनीय है। एक बात और आजाद भारत में शायद यह पहली बार सिरोही जिले एमपी बनने जा रहे हैं। लुंबाराम काफी मजबूत प्रत्याशी माने जाते हैं और निर्विवाद छवि के कारण इनकी जीत सुनिश्चित मानी जाती है।