रानीवाडा गौण मंडी जालेरा कलां परिसर में 18 नवंबर से चल रहे मूंगफली खरीद केंद्र में मूंगफली खरीद का कार्य रानीवाडा मार्केटिंग सोसायटी और जीएसएस धानोल के माध्यम से चल रहा है। परन्तु मूंगफली को भीनमाल पहुंचाने के लिए र्प्याप्त साधन नही है। संसोधित परिवहन निविदा नही होने से कम दरों पर कोई ट्रान्सपोर्टर तैयार नही हो रहा है। जिसके कारण मूंगफली खरीद केंद्र डंपिंग यार्ड बनता जा रहा है। लिहाजा, खरीद की स्पीड अब धीमी होने से किसानों में नाराजगी देखी जा रही है।
बता देते है कि मूंगफली खरीद केंद्र रानीवाडा में 1582 और धानोल जीएसएस में तकरिबन 415 किसानों ने मूंगफली बेचने के लिए पोर्टल पर आवेदन कर रखा है। मूंगफली खरीद केंद्र के प्रबंधक सुरेश सारस्वत ने बताया कि अभी तक 150 किसानोंकी मूंगफली तुलाई करवा दी गई है। परन्तु परिवहन के लिए दर कम होने से कोई ट्रान्सपोर्टर माल को ढोने के लिए तैयार नही हो रहा। जिला कलक्टर के प्रयासों से कल 19 दिसंबर को नया टेंडर होने जा रहा है। नया ठेकेदार आने के बाद माल की ढुलाई प्रारंभ होने से राहत मिलेगी।
किसान संघ के नेता सोमाराम चौधरी ने बताया कि चार कांटे लगाकर माल की तुलाई करनी चाहिए। अभी दो कांटे लगाए गए है जो नाकाफी है। माल की ढुलाई नही होने से गौण मंडी का यार्ड डंपिंग यार्ड में बदल गया है। जिससे केन्द्र में मूंगफली की खरीद बार बार बंद की जा रही है।
बता देते है कि जालेरा कलां गौण मंडी परिसर में मूंगफली खरीद केन्द्र पर 6783 प्रति क्विंटल की दर से खरीद की जा रही है। जबकि, बाजार में यह भाव 5400 रूपए प्रति क्विंटल है। ऐसे में दोनों के बीच बडा अंतर होने से किसानों का रूख मूंगफली खरीद केन्द्र की ओर ज्यादा है। किसानों को आशा है कि कल 19 दिसंबर को माल परिवहन का नया टेंडर होने के बाद खरीद की गति बढेगी।