जालोर 18 दिसम्बर। जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की 30वीं बैठक जिला कलक्टर प्रदीप के. गावंडे की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक में जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे ने ओटीएमपी एवं नर्मदा पेयजल परियोजना के प्रोजेक्ट का रिव्यू कर नर्मदा परियोजना के अधीक्षण अभियंता सुनील मानवताल को निर्देशित किया कि नर्मदा परियोजना के सभी प्रोजेक्ट्स में प्रगतिरत पम्प हाउस तथा उच्च जलाशयों को शीघ्र शुरू करते हुए पेयजल वितरण सुचारू कर नल कनेक्शन जोड़ कर जिले की प्रगति में सुधार करना सुनिश्चित करें साथ ही तीनों कलस्टर में संवेदकों से ग्राम पंचायतों में तोड़ी गई सडकों के रिपेयरिंग कार्य दिसम्बर माह में पूर्ण करें। उन्होंने पीएचईडी विभाग द्वारा प्रतिदिन पेयजल सप्लाई विवरण प्रपत्र का विश्लेषण करते हुए निर्देश देते हुए विद्युत कटौती के दौरान कम व अधिक वॉल्टेज से पेयजल वितरण में आ रही समस्या को तुरंत निस्तारण किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने नर्मदा परियोजना के अभियंताओं को दिसम्बर माह के अंत तक अधिकतम एफएचटीसी जोड़ने के निर्देश दिये।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नंदकिशार राजोरा ने ग्रामों में पूर्ण हुई योजनाओं की जानकारी लेते हुए नर्मदा परियोजना में पाईपलाईन डालने से क्षतिग्रस्त सडकों की मरम्मत कर शिकायतों मे कमी लाने की बात कही। जिस पर अधीक्षण अभियंता परियोजना ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में थर्ड पार्टी इस्पेक्शन के लिए टीपीआई एजेन्सी द्वारा गांवों में प्रतिदिन रोड़ रिपेयरिंग कार्यों का परीक्षण किया जाकर उसकी ग्राम पंचायत में रिपोर्ट प्रस्तुत की जाता हैं तथा ग्राम पंचायत की संतुष्टि पर ही आगे कार्य शुरू किया जाता है। जिला कलक्टर ने जिले में रोड़ रिपेयरिंग की टीपीआई एजेन्सी द्वारा की गई जांच की ग्रामवाईज सूची अगली बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
डीडब्ल्यूएसएम के सदस्य सचिव अधीक्षण अभियंता पीएचईडी रमेशचन्द मीना ने पूर्व बैठक की पालना रिपोर्ट की जानकारी दी तथा जल जीवन मिशन की प्रगति रिपोर्ट पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुत करते हुए बताया कि जिले में नर्मदा परियोजना के डीआर, ईआर, एफआर तथा ओटीएमपी योजनाओं के अंतर्गत कुल 1,66,270 घरो में नल कनेक्शन दिये जाने प्रस्तावित हैं इसमें वृहद परियोजना के 1,54,357 लक्ष्य की तुलना में 64,607 तथा ओटीएमपी योजनाओं के 11,913 लक्ष्य की तुलना में 11,322 दिसम्बर माह तक नल कनेक्शन जोडे़ जा चुके है। उन्होंने ग्राम पंचायतां में प्लम्बर ट्रेड में नियुक्त नल जल मित्रों की एनजेएमपी प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी देते हुए इनमें योग्यताधारी दो व्यक्तियों के प्रस्ताव जिला परिषद कार्यालय से समेकित सूची में उपलब्ध करवाने की बात कही। इस पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने एनजेएमपी प्रशिक्षण की गाईडलाईन अनुसार जानकारी लेते हुए समेकित सूची ब्लॉक विकास अधिकारी से तैयार करवाने के लिए संबंधित को निर्देशित किया।
बैठक में अधीक्षण अभिंयता परियोजना ने जानकारी दी कि वर्तमान में ईआर प्रोजेक्ट में प्रस्तावित 145 उच्च जलाशय में से 31 का निर्माण पूर्ण हो चुका हैं तथा 73 में सिविल निर्माण कार्यों को पूर्ण करवाया जा रहा है तत्पश्चात् डीआई पाईपलाईन डाल कर जोड़ने का कार्य किया जाना प्रस्तावित है। जिले में नवम्बर माह तक लगभग 90 किमी रोड सही की जा चुकी हैं।
बैठक में अधिशाषी अभियंता त.स. वृत जालोर श्यामबिहारी बैरवा, राजेश कुमार, अधिशाषी अभियंता खण्ड जालोर जितेन्द्र त्रिवेदी, अधिशाषी अभियंता परियोजना खण्ड जालोर दीपेश परिहार,
अधिशाषी अभियंता परियोजना खण्ड भीनमाल बलवीर सैनी, अधिशाषी अभियंता तण्स. परियोजना वृत सांचौर दिलीप गोपलानी, सहायक अभियंता परियोजना जालोर बी.एन.शर्मा, वन विभाग से भंवरसिंह, कृषि विभाग से जितेन्द्रसिंह शेखावत, जल संसाधन विभाग से रोहित जारवार, आईसीडीएस से मीठालाल सांखला, भूजल विभाग से गणपतलाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रमाशंकर भारती, शिक्षा विभाग से नवीश माथुर, पीएचइडी सहायक अभियंता सुनिल गुर्जर, राकेश सैनी, जिला सलाहकार डीएसयू दीपक कुमार, आईएसए से कैलाश शर्मा तथा पीएचईडी परियोजना के संवेदक तथा टीपीआई कार्मिक उपस्थित रहे।