करोटी स्थित श्री रामदेव गायनेक हॉस्पिटल में कार्यरत नॉर्मल डिलीवरी स्पेशलिस्ट डॉक्टर एस एस भाटी की बढ़ती लोकप्रियता के चलते 24 घंटे हॉस्पिटल में मरीजों का आना जाना लगा रहता है। इसी के चलते डॉक्टर एस एस भाटी ने श्री रामदेव हॉस्पिटल करोटी में एक ही रात में 15 नॉर्मल डिलीवरी करवाई जिसमे 5 हाई रिस्क डिलीवरी केस मौजूद थे।
पूर्व में सुमेरपुर के एक निजी हॉस्पिटल में हो रखी थी सिजेरियन ऑपरेशन से डिलीवरी इस बार डॉ एसएस भाटी ने करवाई नॉर्मल डिलीवरी
श्रीमती संगीतादेवी पत्नी श्री सुरेशकुमार जी सुथार निवासी अरठवाडा (जालोर) के पूर्व में डिलीवरी का दर्द होने पर सुमेरपुर के एक नामचीन निजी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। जहां सिजेरियन ऑपरेशन से डिलीवरी हुई थी। इस बार नॉर्मल डिलीवरी की चाह में परिजन गर्भवती महिला को लेकर करोटी के श्री रामदेव हॉस्पिटल पहुंच डॉक्टर एस एस भाटी से मिले। जहां डॉ एसएस भाटी ने परिजनों को पूर्ण आश्वस्त किया और कुछ ही समय में नॉर्मल डिलीवरी करवाई। सुरक्षित जच्चा बच्चा देख परिजनों ने डॉक्टर एसएस भाटी का कोटि-कोटि आभार जताया।
गर्भवती महिला के मात्र 4 ग्राम हीमोग्लोबिन और पहली डिलीवरी होने के बावजूद डॉ एसएस भाटी ने करवाई सुरक्षित नॉर्मल डिलीवरी
श्रीमती वर्षादेवी पत्नी श्री प्रकाश कुमार जी कोली निवासी पिपलिया वास (रेवदर) को डिलीवरी का दर्द होने पर परिजन करोटी के श्री रामदेव हॉस्पिटल पहुंचे। जहां डॉक्टर एसएस भाटी ने जांच के दौरान पर पता लगाया कि गर्भवती महिला का हिमोग्लोबिन मात्र 4 ग्राम है। जब परिजनों से पूछा गया तो उन्होंने भगवान की बाधा का नाम लेकर दवा नहीं खाने की बात करी। ऐसे में डॉ एसएस भाटी ने बड़ी सावधानी और सजगता के साथ सुरक्षित नॉर्मल डिलीवरी करवा कर गर्भवती महिला और बच्चे दोनों की जान बचाई। परिजनों ने डॉ एसएस भाटी का कोटि-कोटि अभिनंदन किया।
आबूरोड और सिरोही के बड़े हॉस्पिटलों में बोला सिजेरियन ऑपरेशन परिजन पहुंचे रामदेव हॉस्पिटल डॉक्टर एसएस भाटी ने करवाई नॉर्मल डिलीवरी
श्रीमती अभिलाषा देवी पत्नी श्री दीपककुमार माली निवासी उत्तर प्रदेश हाल निवासी कृष्णगंज (सिरोही) को डिलीवरी का दर्द होने पर सिरोही और आबूरोड के बड़े हॉस्पिटलों में सिजेरियन ऑपरेशन का बोला परिजन ऑपरेशन नहीं करवाना चाहते थे अतः बिना समय गवाएं तुरंत प्रभाव से नॉर्मल डिलीवरी की आस लिए परिजन करोटी के श्री रामदेव हॉस्पिटल पहुंचे जहां डॉ एसएस भाटी ने उन्हें पूर्ण आश्वस्त किया और कुछ ही समय में सफल नॉर्मल डिलीवरी करवाई परिजनों ने भाटी का आभार व्यक्त किया और हॉस्पिटल में मिठाइयां बांटी
झोलाछाप डॉक्टर के पास 12 घंटे रहे भर्ती फिर भी डिलीवरी नहीं हुई तो परिजन पहुंचे करोटी श्री रामदेव हॉस्पिटल डॉ एसएस भाटी ने करवाई नॉर्मल डिलीवरी
श्रीमती लीलूदेवी पत्नी श्री प्रकाश कुमार जी कलबी निवासी इदरला (रेवदर) को डिलीवरी का दर्द होने पर स्थानीय झोलाछाप डॉक्टर के पास 12 घंटे तक भर्ती रखा। फिर भी डिलीवरी नहीं हुई तो परिजन घबरा कर नॉर्मल डिलीवरी स्पेशलिस्ट डॉक्टर एसएस भाटी के पास करोटी के श्री रामदेव हॉस्पिटल पहुंचे। जहां डॉ एसएस भाटी ने तुरंत प्रभाव से इलाज शुरू कर गर्भवती महिला की नॉर्मल डिलीवरी करवाई। जच्चा बच्चा दोनो को सुरक्षित देख परिजनों की सांस में सांस आई और उन्होंने डॉ एस एस भाटी का आभार व्यक्त किया।
42 साल की गर्भवती महिला जिसका हिमोग्लोबिन मात्र 6 ग्राम डॉ भाटी ने करवाई नॉर्मल डिलीवरी
श्रीमती गेरकी देवी पत्नी श्री प्रभा राम जी देवासी निवासी काकेंद्रा (सिरोही) की उम्र 42 साल थी और पूर्व में 6 बच्चे थे। जिसकी वजह से गर्भवती महिला का शरीर कमजोर पड़ गया था और उस पर खून में हिमोग्लोबिन की मात्रा सिर्फ 6 ग्राम थी। इस हाई रिस्क केस की डॉक्टर एस एस भाटी ने बिना चीरा बिना टांका के जीरो प्रतिशत खून को जाया करते हुए नॉर्मल डिलीवरी करवाई। सुरक्षित नॉर्मल डिलीवरी देख परिजनों ने और गर्भवती महिला ने डॉक्टर एस एस भाटी का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया।