रानीवाड़ा समिति सभा भवन में आज मंगलवार को मुख्यमंत्री डिजिटल सेवा योजना का शुभारंभ पूर्व उप मुख्य सचेतक रतन देवासी, प्रधान राघवेन्द्रसिंह देवड़ा, एसडीएम कुसुमलता चौहान, सीडीपीओ अनुराधा की मौजूदगी में किया गया है। इस योजना के तहत प्रथम चरण में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को फ्री स्मार्टफोन वितरित किए गए। आंगनवाड़ी की महिला कार्यकर्ताओं ने सीएम गहलोत का आभार जताते हुए आंगनवाडी केन्द्रों के डिजिटल बनाने को बेहतरीन पहल बताया।
देवासी ने बताया कि इस स्मार्टफोन में 3 साल तक इंटरनेट की सेवा भी प्रदान की जाएगी। प्रदेश की 1 करोड़ 33 लाख महिलाओं को वितरण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डिजिटल सेवा योजना के तहत 1200 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि स्मार्टफोन की प्राप्ति करने के लिए महिलाओं को किसी भी प्रकार के शुल्क का भुगतान करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस योजना का लाभ चिरंजीवी परिवारों की महिला मुखियाओं को प्रदान किया जाएगा।
एसडीएम कुसुमलता ने बताया कि स्मार्टफोन से महिला कार्यकर्ताओं के दायित्वों और अधिकारों की जिम्मेवारी बढ़ेगी। विभाग की ओर से ग्रामीण क्षेत्र में गर्भवती धात्री एवं 6 वर्ष तक के बच्चों का डाटा कलेक्ट करके पोषण ट्रैकर ऐप के माध्यम से ऑनलाइन करने की सुविधा दी है। योजना का मुख्य उद्देश्य राजस्थान की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को डिजिटल बनाना है ताकि वह डिजिटल फोन से जानकारी प्राप्त कर लोगों तक पहुंचा सके और लोगों और मातृ एवं शिशु पोषण करने वाली माताओं को अधिक ने इस योजना की शुरुआती जानकारी दे सके। इसलिए राजस्थान के मुख्यमंत्री की है।
प्रधान राघवेन्द्रसिंह ने बताया कि इस योजना से राजस्थान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को डिजिटल इंडिया के साथ जोड़ा जा रहा है। ताकि उनको अधिक जानकारी देकर वह गांव के लोगों और शिशु माताओं को अधिक जानकारी दे सके। उन्होंने कहा कि पहले सब कुछ रजिस्टर में नोट करना होता था अब मोबाइल एप की सहायता से काम में तेजी आएगी। इस स्मार्टफोन में 2 सिमों का इस्तेमाल किया जा सकेगा।
इस मौके पर उपप्रधान महादेवाराम, नगरपालिका चेयरमैन जेठीदेवी मफाराम, उपचेयरमैन अल्का बोहरा, जि. प. सदस्य निकिता हितेश बोहरा, मोड़ाराम राणा, कृष्णकुमार पुरोहित, विकासअधिकारी नारायणसिंह राजपुरोहित, भगवान सिंह चारण, दलपत गुलशर, होथीराम कुडा सहित कई जने मौजूद रहे।