अत्यंत दुर्लभ है इसकी जात, खास मेहमान को हातिमताई जोड में वन विभाग की देखरेख में रैस्क्यू सेंटर में रखा गया है
जालोर जिले में एक नया विदेशी मेहमान आया है। यह मेहमान कोई व्यक्ति नही होकर तिलोर पक्षी है। जिसके पैर में रिंग लगी हुई है और उस पर अबु धाबी लिखा हुआ है। इस खास मेहमान को हातिमताई के जोड में वन विभाग के रेस्क्यू सेंटर पर हिफाजत से रखा गया है।
DFO देवेन्द्र सिंह भाटी ने बताया कि 28 दिसंबर को वाड़ा भाडवी ग्राम के ग्रामीणों ने एक टैग लगे विदेशी पक्षी को पकड़ कर पुलिस थाना बागोड़ा लाए। जिसके दाहिने पैर में लगे टैग को देखने पर एक छोटा रिंग नुमा स्टील के धातू की बनी हुई जिस पर कुछ कोड में लिखा था जिसके अन्त में अबूधाबी, संयुक्त अरब अमीरात लिखा था।
पुलिस द्वारा गहनता से इसकी जांच कर ली गई। इसके पंखों में कोई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण नहीं पाया गया। कुछ भी संदिग्ध नजर नहीं आने पर उक्त पक्षी को बाद जांच क्षेत्रीय वन अधिकारी भीनमाल को सुपुर्द किया गया। जिसे अंग्रेजी में हौबारा बस्टर्ड भी कहा जाता है।
यह उल्लेखित है कि तिलोर थार के रेगिस्तान में भी पाया जाता था। जो कि विलुप्ति के कगार पर है। इसके संरक्षण एवं संवर्धन के लिए कई देश प्रयासरत है। अन्तरराष्ट्रीय हौबारा संरक्षण कोष द्वारा स्वेहान शहर अबूघाबी (संयुक्त अरब अमीरात) एवं मोरक्को आदि देशों में कैप्टिव ब्रीडिंग की जाती है। इन देशों में वन्य जीव संरक्षण नियम सख्त होने के कारण इन पक्षियों के शिकार पर प्रतिबंध है।
ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि वहां के अमीर शेख इस तिलोर प्रजाति के पक्षियों को पाकिस्तान लाकर बाज द्वारा शिकार करवाते हैं। इनमें से कुछ पक्षी उड़ कर सीमा पार करके भारत आ जाते हैं। उक्त पक्षी भी संभवत ऐसे ही भारत में आ गया। जिसको वन विभाग की तहवील में लेकर डाक्टरी जांच करवा कर हातिमताई जोड स्थित रेस्क्यू सेंटर में क्वारन्टाइन कर निगरानी में रखा गया है। जिसको उच्चाधिकारियों से प्राप्त अग्रिम आदेशानुसार आगामी कार्यवाही की जावेगी।