सांचौर जिले के रानीवाडा उपखंड के तावीदर में आज मास्टरों के तबादलों के बाद स्कूल में पढने वाले स्टूडेंट्स में उबाल आ गया है। स्कूल में सेवारत आधे मास्टरों के तबादले करने के सरकारी फरमान से स्टूडेंट्स के परिजन भी खासे नाराज है। स्कूल के दरवाजे में तोला ठोककर सामने टैंट लगाकर जाजम बिछाने के संदेशे आ रहे है।
तावीदर नवीन ग्राम पंचायत बनने के बाद सरकारी फरमान के अनुसार ग्राम पंचायत की मिडिल स्कूल को प्रोमोट कर इस सरकारी हाई स्कूल बना तो दिया। परन्तु मास्टरों के पद अभी तक नही बढाए। ऐसे में 6 अधिशेष मास्टरों को लगाकर कुल 10 जने स्टूडेंट्स को बेहतरीन मानी जाने वाली सरकारी शिक्षा दे रहे थे। अभी दो दिन पहल सरकारी फरमान पर अधिशेष लगा रखे 6 मास्टरों में से 4 का तबादला कर दिया। ग्रामीण प्रेमसिंह देवल इस फरमान को तुगलकी फरमान मानते है।
इस तबादला सूची के बाद इस सरकारी हाई स्कूल में पढने वाले 3 सौ से ज्यादा स्टूडेंट्स के भविष्य पर सवालिया निशान लग गया। तावीदर गांव वैसे भी आदिवासी बहुल गांव माना जाता है। ऐसे में स्कूल में मात्र 6 मास्टर कैसे हाई स्कूल तक की शिक्षा दे पाऐंगे। ग्रामीण घेवाराम लोढा ने बताया कि अभिभावक सूबे की भजनलाल सरकार पर सख्त लहजे में नाराज है। उन्होंने सांसद, विधायक, पूर्व विधायक सहित प्रधान को तबादलों को रद्द करवाने की मांग को लेकर स्कूल के सामने दरी बिछाकर बेमियादी धरना देना शुरू कर दिया है।
ग्रामीण कृष्णकुमार देवासी ने बताया कि पीईईओ चेतन बिश्नोई मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों और स्टूडेंट्स से समझाइस करने का प्रयास कर रहे है। परन्तु अभी तक लिखित में आश्वासन नही मिलने से विरोध और धरना जारी है।