जवाई नदी को पुनर्जीवित कर क्षेत्र में भू-जल स्तर बढ़ाने के लिए विशेष प्रावधान किये जाने की रखी मांग
जालोर 23 नवम्बर। राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने शुक्रवार को राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत को पत्र लिखकर जवाई बाँध का पानी फीडर नहर के माध्यम से जोधपुर तक पहुँचाने के किए गए प्रावधान पर पुनर्विचार करने के लिए निवेदन किया है।
मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने पत्र के माध्यम से जालोर मुख्यालय पर चल रहे किसानों के महापड़ाव व उनकी मांगों के बारे में पुनः अवगत करवाते हुए कहा कि जवाई बाँध पुनर्भरण योजना से अर्जित अतिरिक्त जल को फीडर नहर के माध्यम से जोधपुर तक ले जाने की योजना सम्पूर्ण जालोर एवं निकटवर्ती क्षेत्रों के वर्तमान एवं भविष्य के साथ घोर अन्याय होगा। अतः इस संबंध में उन्होंने पुरजोर मांग करते हुए जवाई नदी को पुनर्जीवित करने तथा क्षेत्र के भू-जल स्तर को बढ़ाने के लिए निर्धारित मात्रा में जवाई नदी में पानी छोड़े जाने एवं जिले में सिंचित क्षेत्र विस्तार करने की बात कही।
उन्होंने पुनः अनुरोध करते हुए कहा कि राज्य की जल नीति-2010 में संशोधन किए जाने चाहिए जिस तरह से प्रत्येक बाँध परियोजना में पेयजल एवं सिंचाई के लिए बाँध के जल का हिस्सा पूर्व निर्धारित रहता है उसी तरह प्रत्येक ऐसी परियोजना में जल का एक निर्धारित हिस्सा उस नदी जिस पर वह बाँध बना हो, के अनुप्रवाह (डाउन स्ट्रीम) में नियमित रूप से छोड़े जाने का प्रावधान किया जाना चाहिए।
उन्होंने जालोर जिले एवं निकटवर्ती क्षेत्र की जनभावना को और विशेष तौर पर महापड़ाव में सम्मिलित किसानों की भावनाओं का सम्मान करते हुए जवाई बाँध के जल का न्यूनतम 25 प्रतिशत हिस्सा जवाई नदी में समय-समय पर छोड़ने का प्रावधान करते हुए जवाई नदी को पुनर्जीवित करने के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाये जाने की घोषणा किये जाने की मांग रखी।