रानीवाड़ा शहर सहित क्षेत्र भर में आज होली का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। हर तरफ रंगोत्सव की धूम है। शाम को करीब 6 बजे होली का पूजन किया गया रानीवाड़ा शहर के होली चोक पर शहर के मौजिज लोगो ने होली चोक पर पहुचकर होली का पूजन किया एवं साथ ही इंद्रा कॉलोनी में भी सवेरे से ही महिलाएं होलिका स्थल पर जाकर होली की पूजन कर सुख समृद्धी की कामना कर रही हैं। महिलाएं मंगल गीत गाती हुई होलिका स्थल पर पहुंची। इसके बाद पूजन किया। इस मौके घर में बनाए गए बड़कूले होलिका को चढ़ाए गए। साथ ही नव विवाहित जोड़ों ने भी धोक लगाई।
नई फसल पकने का समय
ये नई फसल पकने का समय है। भारत में फसल आने पर उत्सव मनाने की परंपरा है। होली के समय खासतौर पर गेहूं की फसल पक जाती है। ये फसल पकने की खुशी में होली मनाने की परंपरा है। किसान जलती हुई होली में नई फसल का कुछ भाग अर्पित करते हैं और खुशियां मनाते हैं। भारतीय संस्कृति के मुताबिक हमें जो भी वस्तु प्राप्त होती है, उसमें से कुछ भाग भगवान को अर्पित किया जाता है। इसी वजह से नई फसल आने पर जलती हुई होली में अन्न अर्पित किया जाता है। जलती हुई होली को यज्ञ की तरह माना जाता है।