संघवी कंकुबाई गौशाला रानीवाडा़ द्बारा संचालित शिविर लगातार जारी
मालवाडा़। गौवंश मैं फैला लम्पी रोग भयानक हैं। समय पर उपचार नहीं नहीं मिलने पर गौवंश काल के ग्रास हो जाते हैं। भामाशाहों एवं गौभक्तों की सजगताएं से गौवशो मैं फैली बिमारी से ग्रस्त गौवशो को राहत प्रदान करने के लिए विभिन्न माध्यमों से जतन किए जा रहे हैं। इसी प्रकार संघवी कंकुबाई वरधीचंद जी गौरी गौशाला जीवदया मालवाडा़ द्बारा आयोजित एवं पशु पालन विभाग जालोर के सहयोग से संचालित मालवाडा़ मैं गौवंश लम्पी रोग निवारण निःशुल्क चिकित्सा शिविर एवं आईसोलेट सेन्टर लगाया गया। जिसे देखकर सुखद अनूभूति का अहसास स्वतः ही हो जाता है। उक्त विचार जिला परिषद सदस्य एवं पूर्व प्रधान रमीला मेघवाल ने शिविर एवं आईसोलेट सेन्टर पर गौभक्तों व सेवा परिवार के समक्ष व्यक्त किए।
मेघवाल ने कहा कि गौसेवा से बढ़कर कोई पुण्य नहीं। अबोल गौवशो के उपचार करने वाले चिकित्सकों व उनकी टीम को परमात्मा का स्वरूप बताया। जो रात दिन बिमार गौवशो की सेवा तत्पर रहते हुए उन्हें स्वास्थ्य लाभ देने मे अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। पूर्व प्रधान मेघवाल ने आईसोलेट सेन्टर एवं निःशुल्क शिविर हेतु संघवी कंकुबाई गौशाला परिवार सहित भामाशाहों व पशुपालन विभाग का आभार जताया। मेघवाल ने संधारित रजिस्टर, रजिस्ट्रेशन एवं शिविर की व्यवस्था को अनुकरणीय बताते हुए पशु चिकित्सक से विस्तार से जानकारी भी प्राप्त की।
आईसोलेट सेन्टर मैं आते ही पहले ही गौवंश को सेनेटाइजर कर प्रवेश करवाते हैं
शिविर व्यवस्था प्रमुख मुकेश कुमार खण्डेलवाल ने बताया कि आईसोलेट सेन्टर मैं शिविर में आते ही गौवंश को सेनेटाइजर तदुपरांत नम्बरीक टेंग लगाकर उनके नाम नमंर से फाईल ओपन कर उसमें दैनिक होने वाले उपचार का विवरण दवाई सहित अंकित किया जा रहा है। दिन की शुरुआत होते ही आईसोलेट सेन्टर मैं भर्ती गौवशो जिनके गहरे गहरे घाव हैं एव साधारण सभी को पशु चिकित्सा पद्धति से ड्रेसिंग कर एलोपैथी लेप के साथ विभिन्न आवश्यक दवाई दी जाती है।
आईसोलेट सेन्टर पर 345 गौवंश रिकवर होकर हुई डीचार्ज, 76 गौवंश आईसोलेट सेन्टर मैं अभी भी भर्ती
आईसोलेट सेन्टर में लम्पी रोग से ग्रसित कुल 153 गौवंश भर्ती हुए जिसमें से 76 डीचार्ज एवं वर्तमान में 79 रोग ग्रस्त गौवशो का उपचार जारी है। इसी तरह आउटडोर में 297 गौवंश आए जो गौपालक लेकर आए जो उपचार के बाद करीब 269 गौवंश को निःशुल्क स्वास्थ्य लाभ मिला। एवं शेष का लगातार उपचार जारी है। सेन्टर पर मालवाडा़ क्षेत्र के आस पास के गांवों के पशुपालक भी अपने पशुधन को लम्पी रोग से बचाने के लिए उपचार हेतु लेकर आते हैं। जिनका चिकित्सकों टीम की विशेष महत्व देते हुए उपचार करते हैं।
वाटरप्रूफ डूम मैं 4 पशुचिकित्सक, 6 कम्पाउंडर, 7 ग्वाले सहित 11 गौभक्त दे रहे है सेवा
आईसोलेट सेन्टर पर दो वाटरप्रूफ डूम लगाएं गए हैं। जिसमें रात दिन 4 पशुचिकित्सक,6 कम्पाउण्डर,7 ग्वाले,सहित 11 गौभक्त समयानुसार सेवा को तत्परता से करते हैं। विशेष बिमार ग्रस्त गौवंश को डूम में एवं साधारण बिमार को प्राकृतिक वृक्ष के नीचें एवं जिन गौवशो को विटामिन डी की आवश्यकता महसूस होने पर चिकित्सक की सलाह पर धूप छाव में रखने की सुविधाएं उपलब्ध है।
गोवंशों को दिया जाता चिकित्सक की सलाह पर पोष्टिक आहार
शिविर में समय समय पर गौवशो को हरा चारा, सूखा चारा, मिक्स कतर,पशुआहार केटलफीड़, चिकित्सकों की सलाह पर उचित मात्रा में दिया जाता है। एवं विशेष एलोपैथी दवाओं से उपचार किया जाता है। पशु पालक परिवार सहित खुले में विचरण करने वाले गौवशो की देखरेख हेतु गौभक्त भी आते हैं। जो सेन्टर पर अत्य आधुनिक व्यवस्था को निहारते हुए भगवान से प्रार्थना कर रहे है कि गौवशो मैं फैली बिमारी से निजात दिलाएं ताकि गौवंश स्वास्थ्य लाभ ले सके।गौपालकों व गौभक्तों ने सेन्टर में निःशुल्क व्यवस्था हेतु गौशाला परिवार का आभार भी प्रकट कर रहे हैं।
हमेशा सेवा को तत्पर रहते हैं यह गौभक्त
शिविर व्यवस्था प्रमुख मुकेश कुमार खण्डेलवाल ने बताया कि आईसोलेट सेन्टर शिविर में पशु पालन विभाग के सयुंक्त निदेशक धर्मपाल शर्मा एवं रानीवाड़ा नोडल अधिकारी डाक्टर महेश शिंदे के सानिध्य में शिविर में मालवाडा़ चिकित्सा प्रभारी डाक्टर अविनाश सिंह चौहान, चिकित्सा प्रभारी डाक्टर नरेन्द्र कुमार, डाक्टर नवीन चौधरी, वरिष्ठ चिकित्सक डाक्टर मुकेश पटेल एवं पशु धन अधिकारी लखमाराम पुरोहित सेवा प्रदान कर रहे हैं। इसी तरह निजी पशु धन सहायक सुनील राव, राजपाल सिंह देवडा, भरत सुन्देशा, कैलाश बोराणा, जयेश दवे, भरत चौधरी सहित गौभक्त दिनेश कुमार चौधरी पूरण, चम्पालाल मोदी, गोविन्द दान चारण, आवड़दान चारण, दिनेश सैन, प्रकाश बोराणा, प्रहलाद तेली,ताराराम माली, संजय मोदी, माधाराम चौधरी, बाबूलाल चौधरी, रतनाराम कोटडा, रेवाराम गर्ग, प्रकाश भाट, रेवाराम मेघवाल, लक्ष्मण सेन, गौशाला व्यस्थापक लीलाराम मेघवाल, श्रवण सेन, जयंतीलाल राणा, रायचंद राणा, जोशना देवी, कंचन बोराणा, अनिता सोढा सहित कई गोभक्त अपनी गौभक्ती का परिचय दे रहे हैं।