जोधपुर। आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर, भारतीय सेना ने नागरिक प्रशासन, रेलवे और विभिन्न अन्य सरकारी विभागों के साथ मिलकर देश की युवा पीढ़ी को राजस्थान के रेगिस्तान में प्रसिद्ध युद्ध मैदानों का दौरा करने और वीरता का गवाह बनने का एक अनूठा अवसर 05-08 सितंबर 22 के दौरान प्रदान कर रही है। ‘रणभूमि श्रद्धांजलि यात्रा’ के माध्यम से दुश्मन के खिलाफ विजयी होने तथा विभिन्न बाधाओं के खिलाफ लड़ने वाले भारतीय सैनिकों की बहादुरी और अदम्य भावना को इसमें उजागर किया जायेगा। इन सीमावर्ती क्षेत्रों के पास विभिन्न स्थानों पर युद्ध लड़ने वाले भूतपूर्व सैनिकों ने स्वेच्छा से “मेरी कहनी- मेरी जुबानी” के माधय्म से युद्ध विवरण सुनाएंगे।
यह पहल नागरिक आबादी विशेष रूप से युवा पीढ़ी को राजस्थान सीमा के पूरे खंड के साथ इन प्रसिद्ध और ऐतिहासिक स्थानों की यात्रा करने और लड़ाई में वीरगति को प्राप्त हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए की गई है। ऐसा करने से वे हमारे गौरवान्वित इतिहास की सराहना करेंगे और भारतीय सेना की कार्य प्रणाली के साथ परिचित होंगे। इसके अलावा, यह भारतीय सेना, नागरिक प्रशासन, रेलवे और विभिन्न अन्य सरकारी एजेंसियों के संयुक्त प्रयासों के माध्यम से राष्ट्र को एकजुट करने और पर्यटन के लिए विशाल संभावनाओं का पता लगाने और इन सीमावर्ती क्षेत्रों को विकसित करने के लिए एक अद्वितीय और बहुआयामी दृष्टिकोण है।
इस कार्यक्रम को लेफ्टिनेंट जनरल राकेश कपूर, विशिष्ट सेवा मेडल, जनरल ऑफिसर कमांडिंग डेजर्ट कोर ने श्री हिमांशु गुप्ता, आईएएस, जिला कलेक्टर जोधपुर की उपस्थिति में झंडी दिखाकर रवाना किया। श्रीमती सरिता फिरौदा, निदेशक पर्यटन जोधपुर के अलावा विभिन्न विभागों के दिग्गज नागरिक, गणमान्य व्यक्तियों और 200 एन सी सी कैडेटों भी शमिल थे । लेफ्टिनेंट जनरल कपूर ने ऐसी पहलों के महत्व के बारे में बताया जहां नागरिकों को 1971 की लड़ाई के दौरान हुई वास्तविक घटनाओं के प्रामाणिक विवरण के बारे में उन लोगों से पता चलेगा जिन्होंने भाग लिया था। उन्होंने इस पायलट परियोजना को शुरू करने में भारतीय सेना और विभिन्न नागरिक विभागों के बीच उत्कृष्ट समन्वय पर भी प्रकाश डाला, जो इन सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्यटन और समग्र विकास को बढ़ावा देने में सहायता करेगा।
RANBHOOMI SHRADHANJALI YATRA
Jodhpur, 5, September, 2022
On the occasion of Azadi ka Amrit Mohatsav , the Indian Army in conjunction with Civil administration , Railways and various other Government departments is providing an unique apportunity to young generation of the nation to visit famous battle grounds in the deserts of Rajasthan and witness the valour , bravery and indomitable spirit of Indian soldiers fighting against all odds to emerge victorious against enemy, through
‘ RANBHOOMI SHRADHANJALI YATRA ‘ from 05-08 Sep 22. Ex Servicemen who fought the war at various locations near these border areas have volunteered to narrate the battle account through “Meri Kahani – Meri Jubani.”
This initiative has been undertaken to facilitate the civil population especially the younger generation to visit these famous and historical places along the entire stretch of Rajasthan border where these battles have been fought and pay homage to the brave hearts . In doing so they will also appreciate and acquaint themselves with the cherished history of Indian Army. Also , this is a unique and multi pronged approach to unite the nation through joint efforts of Indian Army , Civil Administration , Railways and various other Govt agencies and explore the vast potential for tourism and develop these border areas .
The event was flagged off by Lieutenant General Rakesh Kapoor , Vishist Seva Medal , General Officer Commanding Desert Corps in the presence of Mr Himanshu Gupta , IAS , District Collector Jodhpur . Mrs Sarita , Director Tourism Jodhpur besides a host of veterans, civil dignitaries from various Government departments and 200 NCC cadets . On the occasion . Lieutenant General Kapoor explained the importance of such initiatives where citizens will get to know about the authentic account of actual events that occurred during the 1971 battle from none other than those people who had participated. He also highlighted the excellent coordination between Indian Army and various Civil Departments in undertaking this pilot project which will assist in promoting tourism and overall development in these border areas .