रानीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में प्रवासी भामाशाहों की कोई कमी नहीं है। भवन विहिन स्कूलों में विशाल भवन खड़े कर दिए है। शैक्षणिक सामग्री का वितरण करने वालो की लंबी फेहरिस्त है। इसी तरह सेडिया गांव के एक प्रवासी भामाशाह ने सरकारी स्कूल के तमाम स्टूडेंट्स को उच्च क्वालिटी के बैग वितरित कर एक मिशाल पेश की है।
दूर ग्रामीण क्षेत्र में स्थित सेडिया गांव की सरकारी हाई स्कूल में अध्यनरत स्टूडेंट्स को प्रोपर स्कूल बैग नही होने से कपड़ो की थैलियों में पुस्तके कॉपियां लाने से वे फट जाती थी। ऐसे में प्रधानाचार्य मोहनलाल सुथार की ओर से गांव के ही भामाशाह रूपाराम पुत्र केहराजी जानी से संपर्क किया गया। उन्होंने समस्या सुनकर तमाम स्टूडेंट्स को अच्छी गुणवत्ता वाले बैग देने की घोषणा की।
आज स्कूल में आयोजित सामान्य समारोह में भामाशाह के करकमलों से स्कूल में अध्यनरत 500 स्टूडेंट्स को बैग वितरित किया। भामाशाह बताते है की हर प्रवासी को जन्मभूमि का कर्ज चुकाना चाहिए। हम सभी जा फर्ज़ बनता है की हम आर्थिक रूप से संपन्न होने के बाद कुछ मदद करे।
प्रधानाचार्य सुथार ने कहा की शैक्षणिक हितार्थ किया गया दान अति उत्तम माना जाता है। ग्रामीण क्षेत्र में स्कूली इंतजामों की कमी के चलते बच्चे बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते है। ऐसे में स्कूलों में सभी भामाशाहों को मदद करने आगे आना चाहिए।
इस अवसर पर भामाशाह रूपाराम के प्रयासों को देखते हुए अन्य भामाशाह भी मोटिवेट हुए है और मदद का विश्वास जताया है। कार्यक्रम में बड़ी तादात में अभिभावकगण, भामाशाह, जनप्रतिनिधि, सहित स्टाफ मौजूद रहा।