लोक अदालत में लंबित व प्रिलिटिगेशन प्रकरणों का निस्तारण, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार रानीवाड़ा तालुका मुख्यालय पर स्थानीय न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन न्यायाधीश पंकज सांखला एवं एसडीएम प्रकाशचन्द्र अग्रवाल की मौजूदगी में हुआ।
रानीवाड़ा मुंसिफ कोर्ट में आयोजित लोक अदालत में पति और पत्नि में रूढ़ने व मनाने का एक अलग ही रोचक फिल्मी नजारा देखने को मिला। तीन संतान वाले व दो साल से अलग-अलग रह रहे इस दंपति को आखिर युवा न्यायाधीश समझाने में सफल रहे। दोनों में एक दूजे के प्रति विश्वास पैदाकर बाद में राजीनामा करवाया और एक बार फिर से शादी की यादंे ताजा करने के लिए दोनों ने एक दूजे के गले में वरमाला पहिनाई। कोर्ट में मौजूद वकील, काफी तादात में फरीक सहित स्टॉफ ने इस दृश्य का आनंद लिया।
बता देते है कि 10 साल पहले सामाजिक रीति रिवाजों से दांतवाड़ा निवासी बलवंताराम भील ने अपनी बेटी एवन का दूधवट निवासी लवजीराम के पुत्र पोपट से शादी करवाई थी। कुछ साल सुखी दाम्पत्य के चलते इनके तीन बच्चें पैदा हुए। अभी डेढ़ दो साल पहले पोपट की ओर से एवन से मारपीट की घटनाएं होने से, एवन अपने तीनों बच्चों के साथ पीहर दांतवाड़ा आ गई। जबसे वो पीहर अपने माता पिता के साथ रहती है।
एवन के पीहरपक्ष की माली हालात खराब होने एवं पोपट की ओर से कोई रेस्पॉस नही मिलने पर उसने रानीवाड़ा मुंसिफ कोर्ट में न्यायाधीश पंकज सांखला की अदालत में भरण पोषण सहित तीन चार मुकदमे किए। एक साल से ज्यादा समय से दोनों जने पेशी पर आ रहे है। ऐसे में विद्वान व युवा न्यायाधीश पंकज सांखला की स्वप्रैरित पहल से लोक अदालत के अवसर पर राजीनामे की कार्यवाही शुरू की गई।
एवन के वकील हेतराम खीचड़ एवं पोपट के श्रवणसिंह देवड़ा के प्रयास भी रंग लाए। आज लोक अदालत में दोनों को बुलाया गया। न्यायाधीश पंकज सांखला ने दोनों को खुद के जीवन के अलावा तीन बच्चों के भविष्य की चिंता कर आपस में राजीनामा करने की सलाह दी। पारंपरिक तरीके से भी दोनों पक्षों को पंच पंचायती कर संतुष्ट किया गया। बाद में दोनों के बीच लिखित में राजीनामा करवाया गया। न्यायाधीश सांखला ने दोनों की पुरानी यादें ताजा करने के लिए वरमाला रूपी मालाएं मंगवाकर दोनों से एक दूजे से पहनाई। नफरत व नाराजगी का माहौल पल भर में हंसी ठिठोली में बदल गया।
लोक अदालत में लंबित व प्रिलिटिगेशन प्रकरणों का निस्तारण
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार रानीवाड़ा तालुका मुख्यालय पर स्थानीय न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन न्यायाधीश पंकज सांखला एवं एसडीएम प्रकाशचन्द्र अग्रवाल की मौजूदगी में हुआ। जिसमें लोक अदालत की भावना व आपसी समझाइश से लंबित व प्रि-लिटिगेशन प्रकरणों का निस्तारण हुआ। इस अवसर पर अधिवक्ता, न्यायालय स्टॉफ, बैंक अधिकारी व पक्षकार मौजूद थे।